नई शिक्षा क्रांति: हरियाणा के 12 कॉलेजों में शुरू होगा चार वर्षीय इंटिग्रेटेड बीएड कोर्स, बीए के साथ ही बन सकेंगे शिक्षक

यह पाठ्यक्रम जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) और संबंधित राजकीय कॉलेजों के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जाएगा। हरियाणा सरकार ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 से इस कार्यक्रम के लिए NCTE को प्रस्ताव भेजने की मंजूरी दे दी है।

Updated On 2025-06-30 17:09:00 IST

हरियाणा में शुरू होगा चार वर्षीय इंटिग्रेटेड बीएड कोर्स। 

हरियाणा सरकार प्रदेश में शिक्षक शिक्षा के परिदृश्य को बदलने की तैयारी में है। अब शिक्षक बनने की इच्छा रखने वाले विद्यार्थियों को स्नातक (BA) की पढ़ाई पूरी करने के बाद अलग से बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed.) कोर्स करने की आवश्यकता नहीं होगी। राज्य के 12 कॉलेजों में एक महत्वाकांक्षी इंटिग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) यानी चार वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम शुरू किया जा रहा है। इस नए पाठ्यक्रम से विद्यार्थी अपनी बीए की पढ़ाई के साथ ही बीएड की डिग्री भी चार साल में पूरी कर सकेंगे, जिससे समय और संसाधनों दोनों की बचत होगी। यह पाठ्यक्रम विशेष रूप से जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) और संबंधित राजकीय कॉलेजों के संयुक्त तत्वावधान में चलाए जाएंगे, जो संसाधनों और विशेषज्ञता का सर्वोत्तम उपयोग सुनिश्चित करेगा।

कॉलेज और DIET के संयुक्त तत्वावधान में चलेगा पाठ्यक्रम

यह महत्वपूर्ण शैक्षणिक पहल उच्चतर शिक्षा विभाग और शिक्षा विभाग की देखरेख में संचालित होगी। दरअसल हरियाणा सरकार ने शैक्षणिक सत्र 2026-27 से ITEP के तहत चार वर्षीय एकीकृत पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) को ऑनलाइन प्रस्ताव प्रस्तुत करने की मंजूरी दे दी है। अंबाला जिले में, यह पाठ्यक्रम राजकीय कॉलेज अंबाला छावनी और डायट मोहड़ा के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जाएगा। राजकीय कॉलेज अंबाला छावनी में इस पाठ्यक्रम के लिए कक्षाएं लगेंगी और दोनों संस्थानों यानी राजकीय कॉलेज व डायट मोहड़ा से प्रोफेसर संयुक्त रूप से विद्यार्थियों को पढ़ाएंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों को दोनों संस्थानों की लाइब्रेरी, लैब और अन्य आवश्यक शिक्षण संसाधन भी संयुक्त रूप से उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे उनकी पढ़ाई को एक समग्र और मजबूत आधार मिल सके।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) के प्रिंसिपल सुधीर कालड़ा ने बताया यह पाठ्यक्रम राजकीय कॉलेज अंबाला छावनी व डायट मोहड़ा के अंतर्गत संयुक्त रूप से चलाया जाना है। इस पाठ्यक्रम के तहत राजकीय कॉलेज में कक्षाएं लगेंगी। डायट से प्रोफेसर को पढ़ाने के लिए कॉलेज में भेजा जाएगा। इससे विद्यार्थियों को बीए व बीएड की चार वर्षीय डिग्री मिल सकेगी। अभी इस पाठ्यक्रम को चलाने को लेकर प्रक्रिया चल रही है।

12वीं के बाद सीधे चार वर्ष में BA-B.Ed. डिग्री

यह नया इंटिग्रेटेड कोर्स विद्यार्थियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। वर्तमान प्रणाली में 12वीं कक्षा के बाद विद्यार्थी पहले तीन वर्षीय बीए कोर्स करते हैं और फिर उसके बाद दो वर्षीय बीएड कोर्स करते हैं। इस प्रक्रिया में कुल पांच साल का समय लगता है। हालांकि चार वर्षीय ITEP पाठ्यक्रम के शुरू होने से, विद्यार्थी 12वीं कक्षा के बाद सीधे इस एकीकृत कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे और चार वर्ष में ही अपनी बीए और बीएड दोनों डिग्री एक साथ प्राप्त कर लेंगे। यह न केवल उनके एक साल की बचत करेगा, बल्कि उन्हें एक सुव्यवस्थित और एकीकृत शिक्षण अनुभव भी प्रदान करेगा, जिससे वे भविष्य में बेहतर और अधिक प्रशिक्षित शिक्षक बन सकेंगे।

प्रदेश के इन 12 जिलों में शुरू होगा यह अभिनव पाठ्यक्रम

हरियाणा सरकार ने राज्यभर में शिक्षा के समान विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 12 प्रमुख स्थानों पर इस चार वर्षीय इंटिग्रेटेड बीएड पाठ्यक्रम को शुरू करने का निर्णय लिया है। इन स्थानों में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) और संबंधित राजकीय महाविद्यालयों को शामिल किया गया है, जो इस पहल को प्रभावी ढंग से लागू करने में मदद करेंगे।

1. डायट पंचकूला: राजकीय पीजी महाविद्यालय सेक्टर-1 पंचकूला के तहत।

2. डायट मोहड़ा: राजकीय पीजी महाविद्यालय अंबाला छावनी के साथ संयुक्त रूप से।

3. डायट शाहपुर करनाल: पीटी सीएलएस राजकीय पीजी महाविद्यालय करनाल के अंतर्गत।

4. डायट इकास जींद: पीजी राजकीय महिला महाविद्यालय जींद के साथ मिलकर।

5. डायट महेंद्रगढ़: राजकीय महिला महाविद्यालय महेंद्रगढ़ के तहत।

6. डायट फरीदाबाद: जेसी बोस यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, फरीदाबाद के साथ सहयोग में।

7. डायट तेजली यमुनानगर: जीएन खालसा कॉलेज यमुनानगर के अंतर्गत।

8. डायट पानीपत: आईबी पीजी कॉलेज पानीपत के साथ संयुक्त रूप से। 

9. डायट विश्वामील सोनीपत: डीसीआरयूटी मुरथल सोनीपत के तहत।

10. डायट कैथल: आरकेएसडी पीजी कॉलेज कैथल के अंतर्गत।

11. डायट बीरही कलां चरखी-दादरी: जेवीएमजीआरआर पीजी कॉलेज चरखी दादरी के साथ मिलकर।

12. डायट हुसैनपुर रेवाड़ी: केएलपी पीजी कॉलेज रेवाड़ी के तहत।

विद्यार्थियों को मिलेगा नए और उन्नत पाठ्यक्रम का लाभ 

इन स्थानों का चयन रणनीतिक रूप से किया गया है ताकि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के विद्यार्थियों को इस नए और उन्नत पाठ्यक्रम का लाभ मिल सके। यह कदम हरियाणा में शिक्षकों की गुणवत्ता को बढ़ाने और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप शिक्षक शिक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। यह उम्मीद की जा रही है कि अगले शैक्षणिक वर्ष से यह कार्यक्रम विधिवत रूप से शुरू हो जाएगा, जिससे राज्य में भावी शिक्षकों की एक नई और कुशल पीढ़ी तैयार होगी। 

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