Yamuna Pollution: नालों के कारण प्रदूषित हो रही यमुना नदी, दिल्ली जल बोर्ड ने बनाया प्लान
Yamuna Pollution: यमुना नदी में प्रदूषण का कारण उनमें गिरने वाले नाले हैं। ऐसे में दिल्ली जल बोर्ड ने इन नालों से गिरने वाले पानी को वहीं पर ट्रीट करने की योजना बनाई है।
यमुना नदी में प्रदूषण।
Yamuna Pollution: दिल्ली में यमुना नदी काफी प्रदूषित है। यमुना का प्रदूषण दिल्ली ही नहीं, देश में भी चर्चा का विषय है। हालांकि दिल्ली के बीते विधानसभा चुनाव में यमुना का प्रदूषण एक बड़ा मुद्दा रहा, जिसे बीजेपी ने मोहरा बनाकर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। जीत के बाद रेखा सरकार ने सबसे पहला फैसला यमुना की सफाई कराने का लिया।
दिल्ली जल बोर्ड की कोशिशें कामयाब हुईं और काफी हद तक यमुना का पानी साफ होने लगा। हालांकि बारिश के पानी ने भी यमुना की सफाई में काफी सहयोग दिया। वहीं यमुना को साफ रखने के लिए इसमें गिरने वाले नालों को रोकना होगा। ये नाले यमुना के पानी में जहर घोलने का काम करते हैं। इन नालों की वजह ने दिल्ली जल बोर्ड की टेंशन बढ़ा रखी है।
हालांकि अब दिल्ली जल बोर्ड ने इन नालों के गंदे पानी से निजात पाने के लिए प्लान बना लिया है। यमुना को साफ करने की योजना के तहत छह बड़े नालों में गंदे पानी का वहीं पर ट्रीटमेंट (इन-सीटू) कराने की योजना बनाई है। एक अधिकारी ने बताया कि यमुना में बढ़ते प्रदूषण का कारण शाहदरा ड्रेन, दिल्ली गेट ड्रेन, आईएसबीटी ड्रेन, नर्सिंग होम ड्रेन, नजफगढ़ ड्रेन और सप्लीमेंट्री हैं।
इन 6 नालों से रोजाना लगभग 1051.59 एमजीडी गंदा पानी निकलता है। ये मौजूदा सीवेज उत्पादन और ट्रीटमेंट की क्षमता से काफी ज्यादा है। ये नाले सीधे नजफगढ़ नाला, जो पुराने समय में साहिबी नदी के नाम से मशहूर था, उसमें गिरते हैं। इन नालों और इनकी सहायक नालियों से आने वाले गंदे पानी को साफ करने के लिए तकनीकी समाधान किया जाएगा। इसके लिए 'एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट' आमंत्रित किया गया है।
एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वजीराबाद से ओखला के बीच का 22 किलोमीटर का हिस्सा, जो यमुना का सबसे प्रदूषित हिस्सा माना जाता है। इस इलाके में दर्जनों नालों का गंदा पानी गिरता है। इसमें सबसे ज्यादा गंदा पानी नजफगढ़ और शाहदरा नाले का है।
बता दें कि रोजाना नजफगढ़ नाला में 632 एमजीडी, सप्लीमेंट्री नाले में 204 एमजीडी, शाहदरा नाले में 97 एमजीडी, दिल्ली गेट नाले में 86 एमजीडी, सेन नर्सिंग होम नाले में 26.32 एमजीडी और आईएसबीटी नाले में 6.27 एमजीडी गंदा पानी गिरता है। इनमें से शाहदरा नाला और सेन नर्सिंग होम नाला सबसे ज्यादा प्रदूषित हैं।