Riverfront: यमुना सिटी में 7 सेक्टरों के किनारे बनेगा रिवरफ्रंट, यीडा ने बनाया प्लान

Yamuna City Riverfront: यमुना सिटी में 7 सेक्टरों के किनारे रिवरफ्रंट बनाने की योजना बनाई गई है। इसे लेकर यीडा ने तैयारियां तेज कर दी हैं।

Updated On 2025-11-17 11:01:00 IST

यीडा का रिवरफ्रंट प्रोजेक्ट। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Yamuna City Riverfront: यमुना सिटी में 7 सेक्टरों के किनारे रिवरफ्रंट बनाने का फैसला लिया गया है। शहर को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम किया जाएगा। इस रिवरफ्रंट को विकसित करने की प्रक्रिया को भी तेज कर दिया गया है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) द्वारा इस प्रोजेक्ट को लेकर प्लान बनाया गया है। यमुना सिटी के सेक्टर- 26B, 27, 26, 25, 24, 24A, 23D दूसरी नदी के किनारे विकसित किए जा रहे हैं। ऐसे में इन सेक्टरों के आसपास रिवर फ्रंट बनाने की योजना बनाई गई है।

रिवर फ्रंट के तहत नदी और सेक्टरों के बीच एक लंबा चौड़ा रास्ता तैयार किया जाएगा। यहां पर घास के टीले, शेड, फूलों की क्यारियां, रंग बिरंगी रोशनी से सराबोर फव्वारे, जोगिंग और साइकिल ट्रैक, आकर्षक लैंडस्केपिंग, खानपान से जुड़ी क्यिोस्क, नदी देखने और बैठने के व्यू पॉइंट बनाए जाएंगे।

इन सुविधाओं से सुरक्षा के साथ-साथ जल की क्वालिटी में भी सुधार किया जाएगा। यहां एक तटबंध भी बनाया जाएगा, जो मानसून के दिनों में बाढ़ से एरिया की सुरक्षा करेगा। एरिया की उन्नत जल निकासी प्रणाली और यल टाइम मॉनिटरिंग बाढ़ से सुरक्षा प्रदान करेगी।

हरित क्षेत्र विकसित होंगे

फेज-1 में कुल 10 प्रमुख झीले, नहर और 135 तालाब हैं। ये तालाब और नहर भूजल फिर से भरने में सहायता करते हैं। इसके अलावा 38 तालाबों के सुंदरीकरण को लेकर भी काम चल रहा है। मास्टर प्लान के तहत तालाबों और नहरों तो हरित संरक्षण एरिया माना गया है। इस एरिया के आसपास खुले हरित क्षेत्र विकसित होंगे। नहर के दोनों तरफ 30 मीटर और प्राकृतिक जलधाराओं के दोनों तरफ 15 मीटर में ग्रीन बेल्ट बनाकर तैयार की जाएगी।

यीडा की OSD शैलेंद्र भाटिया का कहना है कि, 'नोएडा एयरपोर्ट और अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी को देखते हुए फेज-1 में 15 प्रतिशत हरित क्षेत्र निर्धारित किया गया है। शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए यह पहल होगी, जिससे यहां आने वाले लोग अलग अनुभव कर सकेंगे।'

ग्रीन रिवर बफर जोन बनेगा

नए आगरा शहर में भी 823. 7 हेक्टेयर में ग्रीन रिवर बफर जोन बनाने का फैसला किया गया है। यहां रंग-बिरंगे फूलों की प्रजातियों के साथ दुर्लभ पेड़-पौधे और वाटर बॉडी को बनाया जाएगा। पर्यटकों के लिए बोटिंग, वॉकवे, फूड स्टॉल की व्यवस्था की जाएगी। यहां पर वेलनैस टूरिज्म एक्टिविटी भी होगी, जिसमें योग, आयुर्वेदिक मसाज से लोग अपने शरीर को मन को स्वस्थ बनाएंगे।

जीव जंतुओं के लिए बनेगा आश्रय

फैला धनौरी वेटलैंड क्षेत्र के उत्तर पूर्व भाग में है। यह करीब 100 एकड़ जमीन पर बना हुआ है। लेकिन इसका करीब 46.35 हेक्टेयर एरिया दलदल और जलभराव वाला है। यहां अलग-अलग प्रजातियों के विदेशी जलीय जीव और सारस है। लेकिन पर्यटकों के लिए यहां कोई व्यवस्था नहीं की गई है।

इस वेटलैंड की सुरक्षा के लिए 112.89 हेक्टेयर का प्रभाव एरिया (जोन ऑफ इन्फ्लुएंस) चिन्हित किया गया है। इस एरिया के चारों तरफ 100 मीटर का हरित बफर जोन बनाया जाएगा। जिसमें हरे भरे घास के टीले, वॉकवे, रंग-बिरंगे फव्वारे भी लगाए जाएंगे। इसके अलावा 10 हेक्टेयर में पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र बनाया जाएगा।

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