Delhi Traffic Jam: प्रगति मैदान अंडरपास-5 प्रोजेक्ट को मंजूरी, ITO समेत इन इलाकों में कम होगा जाम
Pragati Maidan Underpass: प्रगति मैदान अंडरपास-5 प्रोजेक्ट का काम पूरा होने से आईटीओ के पास ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी। इसके अलावा कई अन्य इलाकों में कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
प्रगति मैदान अंडरपास-5 को मिली हरी झंडी।
Pragati Maidan Underpass-5 Project: दिल्ली में ट्रैफिक से जूझ रहे वाहन चालकों के लिए अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने प्रगति मैदान अंडरपास-5 प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है, जो काफी लंबे समय से लटका पड़ा था। दिल्ली के लोक निर्माण विभाग के संशोधित प्रस्ताव को केंद्र सरकार के आवास और शहरी कार्य मंत्रालय ने हरी झंडी दिखा दी है। इस अंडरपास के बनने से आईटीओ और प्रगति मैदान के पास ट्रैफिक कम होगा।
यह अंडरपास आईटीओ, ईस्ट दिल्ली और सराय काले खां को सीधे जोड़ेगा, जिससे रोजाना घंटों ट्रैफिक का सामना कर रहे वाहन चालकों को बड़ी राहत मिलेगी। यह प्रोजेक्ट प्रगति मैदान इंटीग्रेटेड ट्रांजिट कॉरिडोर का अहम हिस्सा है, जिसका काम पिछले कई सालों से रुका हुआ था।
क्यों रुका था काम?
दरअसल, यह प्रोजेक्ट मिट्टी धंसने, रेलवे के नीचे निर्माण की तकनीकी जटिलता और विभागों के बीच समन्वय की कमी के कारण पूरा नहीं हो पाया था। इसका काम बीच में रोक दिया गया था। इस प्रोजेक्ट के पैसे का अधिकांश बजट खर्च किया जा चुका है, लेकिन निर्माण कार्य अभी भी अधूरा है। केंद्रीय मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए सरकार को कोई नया बजट नहीं चाहिए। पहले से ही मंजूर किए गए बजट में इसका काम पूरा किया जाएगा।
क्या बोले पीडब्ल्यूडी मंत्री?
इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद दिल्ली के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री प्रवेश वर्मा ने कहा कि यह केवल एक फाइल को मंजूरी देना नहीं है, बल्कि एक स्पष्ट संदेश है कि अब देरी नहीं, सिर्फ डिलीवरी होगी। उन्होंने कहा कि जनता के हर एक रुपये का सही इस्तेमाल करना उनकी सरकार की प्राथमिकता है।
पीडब्ल्यूडी ने दिए तीन सुझाव
यह प्रोजेक्ट पिछले कई सालों से रुका हुआ था, क्योंकि रेलवे लाइन के नीचे निर्माण करना आसान नहीं था। इस समस्या से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी ने 3 तकनीकी समाधान का सुझाव दिया, जिसे मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया।
- अंडरपास के लिए बने बॉक्स के नीचे ग्राउटिंग का काम शुरू किया जाए, जिससे मिट्टी की स्थिरता बनी रहे।
- रेलवे एंबेंकमेंट के नीचे बाक्सों की स्टिचिंग की जाए, जिससे रेलवे ट्रैक सुरक्षित रहे।
- नई परिस्थितियों के अनुसार कास्ट-इन-सीटू निर्माण पद्धति को अपनाया जाए, जिससे प्रोजेक्ट को मजबूती मिलेगी।
इन इलाकों में कम होगा जाम
यह अंडरपास सेंट्रल और नई दिल्ली से पूर्वी हिस्सों को कनेक्ट करने वाला महत्त्वपूर्ण ट्रांजिट मार्ग है। इसके बनने से आइटीओ और प्रगति मैदान के पास ट्रैफिक कम होगा। इसके अलावा भैरों मार्ग से रिंग रोड पर सराय काले खां की ओर और रिंग रोड से भैरों मार्ग पर जा सकेंगे। इससे कनेक्टिविटी में सुधार होगी और ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।