यमुना का कहर: नोएडा के 18 गांवों में बाढ़, बचाए गए 3800 से ज्यादा लोग
Yamuna Flood: यमुना का बढ़ता जलस्तर भयावह होता जा रहा है। नोएडा के 18 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। 3800 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। इसके अलावा 1470 से ज्यादा मवेशियों को भी बचाया गया है।
हथिनीकुंड बैराज पर नदी का जलस्तर 3 लाख क्यूसेक पार।
Yamuna Flood: हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। इसकी वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ आई हुई है। इस बाढ़ के कारण नदी के आसपास के इलाके डूब रहे हैं। ITO, यमुना बाजार, सिविल लाइन्स, मयूर विहार समेत तमाम इलाके बाढ़ की मार झेल रहे हैं। वहीं अब ये पानी नोएडा के लोगों के लिए भी परेशानी बनता जा रहा है।
यमुना का पानी नोएडा के कई इलाकों में पहुंच गया है, जिससे 18 गांवों की स्थिति खराब हो गई है। 25 गांवों की फसलें तबाह हो चुकी हैं। गौतमबुद्ध नगर प्रशासन की तरफ से जेवर और सदर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांवों से लगभग 3800 से ज्यादा लोगों की जान बचाई गई है। इसके अलावा 1470 से ज्यादा मवेशियों को भी सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है।
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार ने बताया कि बाढ़ से प्रभावित 3800 लोगों को बचाया गया है। इसके अलावा 276 लोगों को राहत शिविर में पहुंचाया गया है। वहीं जेवर के लगभग 25 गांवों की फसल खराब हो गई है। 400 से ज्यादा राहत किट बांटी गई हैं। दस नावों के सहारे राहत कार्य किया जा रहा है। आज रात तक 8 अन्य नावें और एसडीआरएफ की एक टीम बचाव कार्य के लिए आ जाएगी।
वहीं सदर जोन के उप-विभागीय मजिस्ट्रेट आशुतोष गुप्ता ने बताया कि लगभग 3000 लोगों को शिविर में पहुंचाया गया है। लोगों का ध्यान रखा जा रहा है और उन्हें नियमित तौर पर खाना परोसा जा रहा है। लगभग 3500 लोगों को खाना दिया गया है। वहीं मेडिकल टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। बता दें कि गुरुवार को एनडीआरएफ और पुलिस ने दनकौर व नॉलेज पार्क थाना इलाकों में 35 लोगों की जान बचाई और उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया।