Noida: निठारी हत्याकांड... सुप्रीम कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को किया बरी, 18 साल बाद रिहाई
सुप्रीम कोर्ट ने निठारी हत्याकांड में आरोपी सुरेंद्र कोली ने दोषसिद्धि के खिलाफ सुधारात्मक याचिका दायर की थी। आज सुप्रीम कोर्ट ने उसके खिलाफ लंबित मामले में बरी करने का फैसला सुनाया है।
निठारी हत्याकांड में सुरेंद्र कोली को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत।
सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के बहुचर्चित निठारी हत्याकांड के मामले में आरोपी सुरेंद्र कोली को बरी करने का फैसला सुनाया है। सुरेंद्र कोली ने अपनी दोषसिद्धि के खिलाफ सुधारात्मक याचिका दायर की थी। उसने 2011 में भी अपनी दोषसिद्धि के खिलाफ माननीय शीर्ष न्यायालय में अर्जी दाखिल की थी, लेकिन राहत नहीं मिली। चूंकि उसे इलाहाबाद हाईकोर्ट से 12 मामलों में रिहाई मिल चुकी है, लिहाजा फिर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। अब सुप्रीम कोर्ट ने कोली को 15 वर्षीय लड़की की हत्या के मामले में बरी कर दिया है। बता दें कि यह उसके खिलाफ हत्या का अंतिम मामला था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई, न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति विक्रम नाथ की खंडपीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि याचिकाकर्ता को आरोपों से बरी किया किया जाता है। याचिकाकर्ता को तत्काल रिहा किया जाएगा। हालांकि पीठ ने 2011 में कोली की सुधारात्मक याचिका को खारिज कर दिया था। अब अदालत ने कहा कि कोली अन्य सभी मामलों में बरी हो चुका है। इस अंतिम मामले में भी साक्ष्य अपर्याप्त हैं और जांच में भी गंभीर खामियां हैं। पीठ ने टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर एक ही साक्ष्य में अलग-अलग फैसले दिए जाएंगे तो यह न्याय का मजाक होगा।
खंडपीठ ने 7 अक्टूबर को टिप्पणी की थी कि एक बयान और रसोई के चाकू की बरामदगी के आधार पर दोषसिद्धि की गई। कहा था कि बाकी मामलों में बरी किए जाने से विषम स्थिति उत्पन्न हो गई है। आज शीर्ष न्यायालय ने कोली की दोषसिद्धि के खिलाफ याचिका पर सुनवाई करते हुए उसे बरी करने फैसला सुना दिया है।
बता दें कि अक्टूबर 2023 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोली को 12 मामलों में और मनिंदर पंढेर को 2 मामलों में बरी कर दिया था। इसके बाद सीबीआई और पीड़ित परिवारों ने सुप्रीम कोर्ट में 14 अपीलें दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट ने 31 जुलाई 2025 को सभी अपीलें खारिज कर दीं। हालांकि 15 वर्षीय लड़की की हत्या के मामले में सजा बरकरार थी। अब वह इस अंतिम मामले में भी बरी हो चुका है।
क्या है नोएडा का निठारी हत्याकांड
नोएडा के निठारी गांव से साल 2005 और 2006 के बीच कई बच्चे और युवा गायब होने लगे। साल 2006 के अंत में दो लोगों ने बताया था कि इन सबके पीछे कौन है? इसके बाद व्यवसायी मनिंदर सिंह पंढेर के घर के पास खुदाई की। वहीं, मनिंदर सिंह पंढेर के घर पर भी छापामारी की। मानव अवशेष मिलने से पूरे देश में हड़कंप मच गया था। पुलिस ने मनिंदर सिंह पंढेर और उसके घरेलू सहायक सुरेंद्र कोली को मुख्य आरोपी बनाया था। दोनों के खिलाफ दर्जनों हत्यााएं, बलात्कार और नरभक्षण जैसे संगीन आरोपों में मामले दर्ज किए गए थे।