Juvenile Crime: 8 महीनों में 101 हत्याएं... जानिये दिल्ली के नाबालिग क्यों बन रहे हत्यारे?

दिल्ली पुलिस द्वारा दिए गए आंकड़े के मुताबिक, राजधानी में नाबालिग अपराधियों की संख्या ज्यादा बढ़ रही है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले 8 महीने में 101 हत्याओं के मामले में आरोपी नाबालिग पाए गए। जानिये इसके पीछे की वजह...

Updated On 2025-12-10 19:50:00 IST

दिल्ली में बढ़ रहे नाबालिग अपराधी 

Delhi crime: जब आप चोरी, लूट और हत्याओं के केस से संबंधित खबरें पढ़ते होंगे, तो आपके दिमाग में अपराधी की छवि एक बड़ी उम्र के निरंकुश शख्स की आती होगी। लेकिन देश की राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा बिल्कुल उल्टा होता जा रहा है। यहां अपराध की दुनिया में नाबालिग की संख्या बढ़ रही है।

दिल्ली में पिछले 8 महीने के आंकड़े को देखें तो पता चलता है कि इतने कम समय में नाबालिगों ने 101 हत्याएं की हैं। जिस तरह से पढ़ाई और करियर बनाने की उम्र में दिल्ली के बच्चे अपराध राह अपना रहे हैं, वह वाकई हैरान करने वाला है।

वहीं बात अगर पिछले सप्ताह की ही करें तो इस दौरान 13 नाबालिगों पर 4 जघन्य अपराधों के आरोप लगे हैं। जिसमें रोहिणी के सरकारी स्कूल की बच्ची के साथ दुष्कर्म, हजरत निजामुद्दीन के पास टैक्सी चालक की हत्या, शाकरपुर हत्या और वजीरबाद में हुई हत्या शामिल है। दिल्ली पुलिस द्वारा दिए आंकड़े के मुताबिक, इस साल में जनवरी से अगस्त के बीच नाबालिग इन जघन्य अपराधों में शामिल थे-

  • दिल्ली में इन महीनों में नाबालिगों पर 101 हत्याओं के आरोप लगे।
  • इसके अलावा 92 केस ऐसे थे जिनमें नाबालिग दुष्कर्म जैसे अपराध में शामिल थे।
  • इन महीनों में 161 हत्याओं का प्रयास किया।
  • 157  केस लूटपाट और डकैती के हैं- अपराधी नाबालिग
  • चोट पहुंचाने वाले 139 केस हैं- अपराधी नाबालिग
  • 460 केस चोरी और सेंधमारी के हैं-अपराधी नाबालिग

इन तमाम केसों में गिरफ्तार किए गए नाबालिगों की संख्या-

  • हत्या के आरोप में 190 नाबालिग आरोपी गिरफ्तार।
  • हत्या के प्रयास के केस में 288 नाबालिग आरोपी गिरफ्तार हुए हैं।
  • लूटपाट और डकैती के केस में 268 नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
  • दुष्कर्म के केस में 101 नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
  • चोट पहुंचाने के केस 220 नाबालिग आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
  • इसके अलावा 575 नाबालिग आरोपी ऐसे हैं,जिन्हें चोरी और सेंधमारी के केस में गिरफ्तार किया गया है।

व्यस्कों की तुलना में नाबालिग जल्दी छूट जाते हैं

पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दिल्ली में नाबालिग आरोपी नशीली दवाओं और सेंधमारी जैसे अपराधों में भी भाग लेते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अपराधी गिरोह के लोग इन मासूमों को नशीले पदार्थों का लालच देकर उनसे अपराध कराते हैं। क्योंकि उनको पता रहता है कि वयस्कों की तुलना में नाबालिगों को कानून जल्दी छोड़ देगा। इसी सोच के साथ वह इन नाबालिगों का इस्तेमाल अपराध कराने के लिए करते हैं।

सोशल मीडिया भी अहम कारण

पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि गिरोह के लोग विशेषकर उन युवाओं को अपना निशाना बनाते है, जो वाहन चलाने में सक्षम होते हैं। यह लोग उन युवाओं को टार्गेट करते हैं, जो आर्थिक तंगी से जूझ रहे होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में सोशल मीडिया भी एक भूमिका निभा रहा है। क्योंकि कुछ नाबालिग आरोपी हाथ में पिस्तौल और चाकू के साथ फोटो खिचवाकर पोस्ट करके अपने इलाके में दबदबा बनाने की कोशिश करते हैं।

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