India Gate Protest: व्हाट्सएप पर बनाए 5 ग्रुप...इंडिया गेट पर हिडमा के नारे लगाने वालों पर बड़ा खुलासा

India Gate Protest: इंडिया गेट पर वायु प्रदूषण की आड़ में नक्सली कमांडर हिडमा के समर्थन करने वाले मीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।

Updated On 2025-12-02 15:07:00 IST

इंडिया गेट पर प्रदूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का व्हाट्सऐप ग्रुप से खुलासा।  

India Gate Protest: दिल्ली में 23 नवंबर को इंडिया गेट पर प्रदूषण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। उस दौरान नक्सली कमांडर मड़वी हिडमा के समर्थन में नारे भी लगाए गए थे। इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा सोमवार को हुई सुनवाई के दौरान दावा किया गया कि प्रदर्शन के दौरान झड़प करने वाले छात्रों ने व्हाट्सऐप पर 5 ग्रुप्स बनाए थे, इन ग्रुप्स के जरिए प्रदर्शन का पूरा प्लान बनाया गया था। पुलिस का आरोप है कि ग्रुप्स में नक्सली कमांडर मड़वी हिडमा के समर्थन में मैसेज भी शेयर किए गए थे।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने अदालत को बताया कि भी आरोपी छात्र इन ग्रुप्स के मेंबर थे और कुछ लोग एडमिन भी थे। छात्रों द्वारा बनाए ग्रुप में कॉर्डिनेशन ग्रुप फॉर प्रोटेस्ट 23, डीयू अगेंस्ट एयर पलूशन, SFS एयर पलूशन प्रोटेस्ट, बीससीईएम और हिमखंड अनाउंसमेंट शामिल हैं।

हिडमा के नारे का चैट से खुलासा

पुलिस का कहना है कि एक चैट से पता चला है कि किसी ने ग्रुप में सवाल किया था कि प्रदूषण का प्रदर्शन हिडमा के समर्थन में क्यों बदल रहा है, तो जवाब आया – 'हिडमा और उनके साथी पर्यावरण की रक्षा करते थे, इसलिए उनका मुद्दा भी हमारा मुद्दा है।' पुलिस द्वारा कोर्ट में एक वीडियो भी पेश किया गया, जिसमें स्टेज पर दस लोग रैडिकल स्टूडेंट्स यूनियन (RSU) के गीत गा रहे थे, और RSU व नक्सली नेताओं के समर्थन में नारे लगा रहे थे। पुलिस का कहना है कि नारे लगाने वाले 3 लोगों की पहचान कर ली गई है, जिसकी लोकेशन हैदराबाद और बस्तर में मिली है।

पुलिस के मुताबिक कुछ आरोपी कुछ दिन पहले हैदराबाद में एक कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। उन्हें वहां किसने और क्यों बुलाया और वह कहां रुके थे, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी अब तक पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी आहान उपाध्याय को ग्रुप का 'डिजिटल पोस्टर मेकर' थीं और उसी ने प्रदर्शन के पोस्टर बनाए थे।

इसी तरह दूसरे आरोपी भी अलग-अलग रोल में शामिल रहे हैं। दूसरी तरफ आरोपियों के वकील सैयद पाशा ने कहा, 'मेरे मुवक्किल ने सिर्फ पर्यावरण बचाने वालों का साथ दिया, किसी हिंसा या नक्सलवाद का समर्थन नहीं किया। पुलिस पूरी तस्वीर नहीं दिखा रही।'

पुलिस कस्टडी में 3 आरोपी

कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया है कि महिला आरोपियों से एक महिला ऑफिसर पूछताछ करेगी। कोर्ट ने आरोपी रवजोत, गुरकीरत और क्रांति को 3 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। वहीं आरोपी आयशा वाफिया को 3 दिन की ज्यूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है। आरोपियों के वकील का कहना है कि अगली सुनवाई में छात्रों को जमानत दिलाए जाने का प्रयास किया जाएगा।

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