School Closed: गाजियाबाद में 17 से 23 जुलाई तक बंद रहेंगे स्कूल, ऑनलाइन होगी क्लास
Ghaziabad School Closed: गाजियाबाद में 17 से 23 जुलाई तक सभी स्कूल-कॉलेज को बंद करने का आदेश दिया गया है। कांवड़ यात्रा की वजह से शहर में कई जगहों पर भारी जाम लग रहा है। इसकी वजह छात्रों को स्कूल जाने में समस्या हो रही है।
प्रतीकात्मक तस्वीर।
Ghaziabad School Closed: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में सभी स्कूलों को 7 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है। कांवड़ यात्रा के मद्देनजर गाजियाबाद प्रशासन ने 17 से 23 जुलाई तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को बंद करने का ऐलान किया है। गाजियाबाद में आने वाले कांवड़ियों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है, जिसके लिए प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर है। दरअसल, मेरठ रोड की एक लेन को कांवड़ियों को लिए रिजर्व किया गया है। इसकी वजह से बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी हो रही थी।
छात्रों को बैरिकेड्स के नीचे से निकलकर स्कूल पहुंचना पड़ रहा था। मेरठ रोड के आसपास के स्कूल 16 जुलाई से ही बंद कर दिए गए हैं। इन स्कूलों में ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई जारी की जाएगी, जिसके लिए अभिभावकों को सूचना दी गई है।
गाजियाबाद में लग रहा भारी जाम
11 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो चुकी है, जो कि 23 जुलाई तक चलेगी। 23 जुलाई को शिवरात्रि के दिन जलाभिषेक किया जाएगा। कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में शिवभक्त गाजियाबाद से होते हुए हरिद्वार जल लेने के लिए जाते हैं। इस साल भी गाजियाबाद में कांवड़ियों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। कांवड़ियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए शहर में कई रास्तों को बंद कर दिया गया है।
इसकी वजह से शहर में जाम की स्थिति बनी रहती है। गाजियाबाद जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि ट्रैफिक डायवर्जन और बैरिकेड्स लगने की वजह से छात्रों को स्कूल जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से सभी स्कूल और कॉलेज को बंद करने का आदेश दिया गया है।
स्कूल जाने में हो रही दिक्कत
गाजियाबाद में बच्चों को स्कूल जाने के लिए काफी दिक्कतें झेलनी पड रही थी। खासकर मेरठ रोड और राजनगर एक्सटेंशन की ओर से आने वाले छात्रों को ज्यादा समस्या हो रही थी। इसकी वजह से स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया।
छात्रों की ऑनलाइन क्लास होगी
बता दें कि गाजियाबाद में 23 जुलाई तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद करने के आदेश दिए गए हैं। ऐसे में छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो, इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू की जाएंगी। इसके लिए स्कूलों द्वारा अभिभावकों को जानकारी दी गई है।