Delhi Pollution: दिल्ली में बनेंगे 6 नए क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन, मनजिंदर सिंह सिरसा का ऐलान
राजधानी के रिहायसी इलाकों में 6 नए क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन बनेंगे, जो 15 जनवरी तक तैयार हो जाएंगे।
दिल्ली में बनेंगे 6 नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन
Delhi Pollution: वायु प्रदूषण की वजह से जहां दिल्ली की सांसें फूल रही है, वहीं दिल्ली सरकार को भी चुनौती दे रहा है। विशेषकर ग्रैप 3 की पाबंदिया हटने के बाद जिस तरह से एक्यूआई बढ़ा है, उससे विपक्ष के हमले तेज हो गए हैं। विपक्ष का आरोप है कि एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशनों के डेटा में पारदर्शिता नहीं है। उधर, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने नए छह एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन बनाने की घोषणा की है।
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा का कहना है कि हम छह नए एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन बनाने जा रहे हैं। इससे राजधानी की मॉनिटरिंग क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। यह रियल टाइम डेटा को समझने में भी मदद करेगा कि प्रदूषण किस इलाके में कैसे बदल रहा है। इसके क्या स्रोत हैं? यह भी समझने में मदद मिलेगी। इनसे फायदा यह होगा कि कार्रवाई सटीक और तेज होगी, जिससे प्रदूषण की समस्या से लड़ने में आसानी होगी।
कहां-कहां लगेंगे स्टेशन?
इन नए मॉनिटरिंग स्टेशनों को दिल्ली के JNU, IGNOU, मालचा महल के पास इसरो अर्थ स्टेशन, दिल्ली कैंट, कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (वेस्ट कैंपस) के पास लगाया जाएगा। यह सभी स्टेशन दिल्ली के रिहायशी इलाकों और अहम संस्थानों को कवर करेंगे।
इन तत्वों को मापेंगे स्टेशन
पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा के मुताबिक, हर स्टेशन में अत्याधुनिक एनालाईजर को लगाया जाएगा। यह लगातार सल्फर डाइऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड, अमोनिया, कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन, BTEX और pm 2.5, pm 10, जैसे प्रदूषकों को मापने का काम करेंगे। इसके अलावा इनमें हवा की गति की दिशा, सोलर रेडिएशन, तापमान, बारिश और नमी जैसी मौसम से संबंधित जानकारी भी रिकॉर्ड होगी।
नए स्टेशनों पर उठ रहा ये सवाल
नए बन रहे सभी स्टेशनों को लेकर विवाद हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन सभी स्टेशनों को ग्रीन एरिया में लगाया जा रहा है। एक्सपर्ट की मानें तो ग्रीन एरिया में सबसे ज्यादा स्टेशन हैं, इससे औसत पर असर पड़ेगा। इसके अलावा नए स्टेशनों में कुछ के पास पहले से ही कुछ मॉनिटरिंग स्टेशन हैं। फिलहाल जो 40 स्टेशन हैं, उनमें से 10 इंडस्ट्रियल एरिया में, 8 रेजिडेंशियल एरिया में और 7 ग्रीन एरिया में हैं। ऐसी स्थिति में नए 6 को मिलाकर कुल 13 स्टेशन ग्रीन इलाके में हो जाएंगे। इससे अन्य क्षेत्रों का औसत खराब हो रहा है।