Delhi Police: अंतरराज्यीय ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़, पति-पत्नी समेत 4 आरोपी अरेस्ट

दिल्ली पुलिस ने बताया कि सेंट्रो कार से कुल 3.150 किलो उम्दा क्वालिटी की चरस बरामद हुई है। इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 1.2 करोड़ के आसपास है।

Updated On 2025-10-30 16:46:00 IST

दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अंतर-राज्यीय ड्रग्स नेटवर्क का किया पर्दाफाश। 

दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अंतरराज्यीय ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। मामले में 4 आरोपियों को अरेस्ट किया गया है, जिसमें दो हिमाचल निवासी पत्नी-पत्नी भी शामिल है। आरोपियों के पास से 3.150 किलो उम्दा क्वालिटी की चरस बरामद की गई है। आरोपियों से पूछताछ जारी है। पूछताछ के बाद इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों के नामों का खुलासा होने की उम्मीद है।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि एसीपी संजय नागपाल के निर्देश पर डीसीपी संजीव कुमार की देखरेख में नशीले पदार्थों की धरपकड़ करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत एक सेंट्रो कार से 3.150 किलो उम्दा क्वालिटी की चरस बरामद हुई है। इसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 1.2 करोड़ के आसपास है।

अधिकारियों ने बताया कि चार आरोपियों में से दो आरोपी पति-पत्नी है, जो कि हिमाचल के रहने वाले हैं। खास बात है कि आरोपियों ने सेंट्रो कार में गुप्ता खांचा बना रखा था, जिसमें चरस छिपाकर रखी थी। उन्हें लगा कि वो पुलिस से बच जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आरोपियों से पूछताछ के बाद इस गिरोह से जुड़े अन्य आरोपियों की धरपकड़ का प्रयास शुरू हो जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बुधवार को भी अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़ किया। इसके तार दुबई और थाईलैंड से जुड़े हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि जनकपुरी सिनेमा के पास से रोहित नामक व्यक्ति को 21.5 किलो मारिजुआना के साथ अरेस्ट किया। इसकी बाजार कीमत 27 करोड़ के आसपास है। पूछताछ में पता चला कि रोहित सीबीआईसी का बर्खास्त अधिकारी है। तलाशी में उसके पास से 44 लाख रुपये कैश मिले। एक कार और एक स्कूटी को भी बरामद किया गया। पूछताछ में बताया कि वह दुबई, थाईलैंड से खेप मंगवाता और दिल्ली समेत देश के बड़े शहरों में सप्लाई की जाती।

2023 में हुआ था बर्खास्त

पुलिस ने बताया कि रोहित केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग में बतौर अधिकारी तैनात था। 2019 के केरल के कन्नूर एयरपोर्ट पर सोने की तस्करी मामले में पकड़ा गया, जिसके बाद विभागीय जांच शुरू कर दी गई। जांच में दोषी पाए जाने पर उसे 2023 में नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद रोहित दुबई चला गया, जिसकी मुलाकात अभिषेक से हुई। दोनों मिलकर थाईलैंड से ड्रग्स मंगाकर भारत भेजने लगे। पुलिस ने बताया कि ड्रग्स की बिक्री से जो भी कमाई मिलती, उसे हवाला या क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से दुबई भेज दी जाती। पुलिस अब उन सभी बैंक खातों की जांच कर रही है, जिसमें करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।

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