Delhi Crime: सीएम ऑफिस के नाम पर ठगी करने वाला फर्जी ऑफिसर गिरफ्तार, मरीजों को बनाता था शिकार

Delhi Crime: दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है, जो निजी अस्पतालों में मरीजों को फ्री इलाज के लिए भेजता था। वो खुद को सीएम कार्यालय का अधिकारी बताकर ठगी करता था।

Updated On 2025-11-02 15:55:00 IST

दिल्ली में फ्रॉड मामले में आरोपी गिरफ्तार।

Delhi Crime: दिल्ली पुलिस की सिविल लाइंस थाना टीम ने मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम पर फर्जी सिफारिशी पत्र बनाकर लोगों को झांसा देने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। शातिर ठग खुद को सीएम ऑफिस का अधिकारी बताता था। आरोपी खुद को सीएम ऑफिस का अधिकारी बताकर निजी अस्पतालों से गरीब मरीजों के इलाज के लिए फ्री ट्रीटमेंट के फर्जी आदेश देता था। इसके बदले वो हर मरीज से 5000 रुपए लेता था।

जानकारी के अनुसार, महाराजा अग्रसेन अस्पताल को मुख्यमंत्री कार्यालय के नाम से एक पत्र मिला। इस पत्र में लिखा था कि मरीज श्याम शंकर का EWS कोटे से मुफ्त इलाज किया जाए। अस्पताल प्रबंधन को पत्र में लिखी भाषा, फॉन्ट और सिग्नेचर संदिग्ध लगे। इसकी पुष्टि के लिए उस पत्र के लिए सीएम ऑफिस को मेल किया गया। जांच में पता चला कि ये पत्र फर्जी है। इसके लिए सिविल लाइंस थाने में मामला दर्ज कराया गया। इंस्पेक्टर जितेंद्र राणा व SHO हनुमंत सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई।

जांच में पता चला कि यह फर्जी पत्र एक सोनू नाम के व्यक्ति ने मरीज श्याम शंकर की पत्नी को दिया था। मोबाइल नंबरों की लोकेशन ट्रैक की गई। पता चला कि सोनू पहले करोल बाग और फिर टैगोर गार्डन इलाके में मिला। पुलिस ने उसकी तलाश करते हुए और आखिरकार 30 अक्टूबर को उसे गिरफ्तार कर लिया।

बता दें कि सोनू एमसीडी कार्यालय में माली के तौर पर कॉन्ट्रैक्ट पर काम करता था। कुछ समय पहले उसके दफ्तर में मुख्यमंत्री कार्यालय का असली पत्र मिला, जिसे उसने चुरा लिया। उसके हिसाब से ही सोनू ने फर्जी लेटरहेड तैयार करने शुरू कर दिए। वो अस्पतालों के बाहर घूमकर ऐसे मरीजों को ढूंढता था, जो इलाज का खर्च नहीं उठा सकते थे। इसके बाद वो उनसे 5000 रुपए में सीएम ऑफिस से मरीज का फ्री इलाज का आदेश दिलवा देगा। इसके बाद वो गूगल ट्रांसलेट की मदद से मरीज का नाम व जानकारी डालकर नकली पत्र तैयार करता था। वो अस्पतालों को कॉल करके खुद को सीएम ऑफिस का अधिकारी बलबीर सिंह राठी बताता था।

आरोपी की पहचान हरियाणा के झज्जर जिले के 27 वर्षीय सोनू के रूप में हुई है। उसने बताया कि पिता की मौत के बाद उसने पढ़ाई छोड़ दी। उसने पहले बहादुरगढ़ नगर पालिका में माली के रूप में काम किया। 2023 में वह दिल्ली आया। उसने एमसीडी में ठेके पर नौकरी करना शुरू कर दिया। वो एक शादीशुदा युवक है और उसका एक बेटा है। पुलिस को सीएम ऑफिस के लेटरहेड पर बने कई फर्जी पत्र, एक असली सीएम ऑफिस का पत्र, फर्जी एमसीडी और हरियाणा सरकार के आईडी कार्ड मिले थे। साथ ही दो मोबाइल फोन और फर्जी दस्तावेज से भरा बैग बरामद हुआ। इसके अलावा एक नकली नंबर प्लेट लगी मोटरसाइकिल भी बरामद की गई है।

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