Delhi Secretariat: ITO पर बनेंगे नए सचिवालय, 18 एकड़ में बनेंगे ट्विन टावर
दिल्ली सरकार सभी कार्यालयों को एक साथ लाने की योजना बना रही है। इसके लिए आईटीओ पर ट्विन टावर बनाए जाएंगे। इनमें दिल्ली सरकार के सभी विभाग एक साथ काम करेंगे।
सीएम रेखा गुप्ता सरकार ITO में नया सचिवालय बनाएगी।
Delhi Secretariat: दिल्ली में आईटीओ पर ट्विन टावर बनने वाले हैं। इनमें ही नया सचिवालय बनाया जाएगा। मंगलवार को जगह निश्चित करने के लिए दिल्ली सरकार में PWD मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट और PWD के सीनियर अफसरों की मीटिंग बुलाई थी। इस बैठक में इनकम टैक्स अफसरों ने कहा कि नया सचिवालय बनाने के लिए उन्हें अपने ऑफिस बिल्डिंग की जमीन देने में कोई हर्ज नहीं है। हालांकि दिल्ली सरकार को इस जगह के बदले नई बिल्डिंग बनाकर देनी पड़ेगी।
जानकारी के अनुसार, DDA का विकास भवन, डूसिब बिल्डिंग, PWD का 12 मंजिला बिल्डिंग और इनकम टैक्स बिल्डिंग को तोड़कर उनकी जगह पर नया सचिवालय बनाया जाएगा। हालांकि वर्तमान समय का सचिवालय इंदिरा गांधी स्टेडियम के ठीक पास था। ये सचिवालय 1982 में एशियन गेम्स के दौरान बनाया गया था। बता दें कि वर्तमान समय का सचिवालय 1982 में एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को ठहराने के लिए बनाई गई थी। इस बिल्डिंग को पहले प्लेयर्स बिल्डिंग के नाम से जाना जाता था।
वहीं अब ये बिल्डिंग काफी पुरानी हो चुकी है। इस बारे में पीडब्ल्यूडी मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने वर्तमान समय के सचिवालय को लेकर कहा कि यहां पर सीएम सहित दिल्ली सरकार के 19 विभागों के ऑफिस हैं। भूकंप के लिहाज से यह बिल्डिंग अब ज्यादा सुरक्षित नहीं रह गई है। दिल्ली सरकार के कई विभाग इस सचिवालय से अलग यानी दूसरी अलग-अलग जगहों पर चल रहे हैं। PWD के कई डिवीजन फ्लाईओवर के नीचे बने हैं। वहीं जल विभाग का हेड क्वॉर्टर और CEO ऑफिस झंडेवालन में स्थित है। अब दिल्ली सरकार चाहती है कि दिल्ली सरकार के सभी विभाग एक ही छत के नीचे हों, इसके लिए ये कवायद शुरू की गई है।
इसके लिए दो बड़ी बिल्डिंग बनाई जा रही हैं, जिन्हें ट्विन टावर कहा जा रहा है। इन ट्विन टावर में दिल्ली सीएम कार्यालय से लेकर जल विभाग, पीडब्ल्यूडी, शिक्षा विभाग समेत सभी विभागों के अधिकारियों और मंत्रियों के कार्यालय होंगे। सरकार का कहना है कि इस कदम से लोगों को सरकारी कामकाज कराने के लिए एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनकी सभी समस्याओं का समाधान एक ही छत की नीचे हो सकेगा।