Delhi Schools: दिल्ली-NCR में स्कूल खुलेंगे या बंद रहेंगे, जानिए परीक्षाओं के बाद कैसे लगेंगी क्लास?
दिल्ली एनसीआर में बढ़ते हुए प्रदूषण को लेकर ग्रैप 4 लागू कर दिया गया है। ऐसे में सवाल है कि क्या बच्चों की ऑनलाइन कक्षाएं शुरू होगी? जानिए क्या है अपडेट?
Delhi-NCR News: राजधानी दिल्ली और पूरे एनसीआर में प्रदूषण की समस्या कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। जहां लोग इसके कम होने की अपेक्षा कर रहे हैं। ठीक उसके विपरीत प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है और एक बार फिर से यहां प्रदूषण खतरे की श्रेणी से ऊपर पहुंच गया है। वहीं कुछ क्षेत्रों में AQI 480 और 500 से भी ऊपर चला गया है। इसके चलते कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने सख्त कदम उठाते हुए ग्रैप 4 लागू कर दिया है। ऐसी खतरनाक हवा में सांस लेना किसी खतरे तो मोल लेने जैसा है। वहीं वयस्कों की तुलना में बच्चों के लिए तो यह और खतरनाक है। ऐसी स्थिति में दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा जिला प्रशासन ने स्कूलों के लिए एक अहम निर्देश जारी किया है।
प्रशासन की तरफ स्कूलों की स्थिति को लेकर माता-पिता और बच्चों के असमंजस को किया स्पष्ट किया गया है। यहां कक्षा 5 तक के छात्रों के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन क्लास लगाने का आदेश दिया गया है। जबकि हायर क्लासेस के लिए हाइब्रिड क्लासेस चलाने का आदेश दिया है। इस फैसले को प्रशासन की तरफ से लाखों छात्रों को जहरीली हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाने के लिए लिया गया है।
एनसीआर में प्रदूषण अपने चरम पर है। गाजियाबाद और नोएडा के तो कुछ क्षेत्रों में AQI 500 के आंकड़े को भी पार कर चुका है। ऐसे में हालातों को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने ग्रैप 4 लागू कर दिया है। इसी के चलते दिल्ली नोएडा और गाजियाबाद के जिला प्रशासन और शिक्षा निदेशालय ने स्कूलों को लेकर नए नियमों को जारी किया है। इन सभी नियमों को लागू कर दिया गया है। ऐसा करने के पीछे प्रशासन का एकमात्र उद्देश्य मासूम बच्चों को जहरीला हवा के सीधे संपर्क में आने से बचाता है।
- दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने ग्रैप 4 लागू होने के बाद स्कूलों में हाईब्रेड कक्षाएं चलाने का आदेश दिया है-
- नर्सरी से लेकर कक्षा 5 तक के छात्रों के पूरी तरह से ऑनलाइन क्लास चलाने के निर्देश दिए हैं।
- कक्षा 6 से 11 वीं तक के छात्रों के हाइब्रिड मोड पर क्लासेस चलेंगी। इस नियम के तहत स्कूल वाले अपने अनुसार ऑफलाइन या फिर ऑनलाइन कक्षाएं चला सकते हैं।
- वहीं कक्षा 10 और 12 क्लासेस को हाईब्रेड मोड़ पर इसलिए रखा गया है ताकि उनकी पढ़ाई बोर्ड परीक्षाओं पर कोई प्रभाव न पड़े।