Delhi Flood: दिल्ली में उफान पर यमुना... कई इलाकों के घर में घुसा पानी, प्रशासन अलर्ट
Delhi Flood Alert: दिल्ली में बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है। राजधानी के कुछ इलाकों में यमुना नदी का पानी घरों में घुस गया है। नीचे देखें वीडियो...
दिल्ली में बाढ़ का अलर्ट।
Delhi Flood Alert: दिल्ली पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। यमुना नदी सोमवार से खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है। मंगलवार को यमुना नदी के जलस्तर में थोड़ी गिरावट देखने को मिली। मंगलवार (19 अगस्त) सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 205.85 मीटर दर्ज हुआ, जबकि इससे पहले सुबह 5 बजे जलस्तर 205.95 मीटर दर्ज किया गया था। हालांकि अभी भी यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है।
बता दें कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर होने पर बाढ़ का खतरा माना जाता है। वहीं, जलस्तर 206 मीटर होने पर लोगों को निचले इलाकों से बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया जाता है। दिल्ली सरकार लगातार यमुना नदी के जलस्तर पर निगरानी बनाए हुए है।
इन इलाकों के घरों में घुसा पानी
दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके मद्देनजर सभी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। दिल्ली के कुछ आवासीय इलाकों में यमुना नदी का पानी घुस गया। मंगलवार सुबह यमुना बाजार इलाके में लोगों के घरों में पानी घुस गया। दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने यमुना खादर के इलाकों में घोषणा कर नदी के किनारे से दूर जाने की अपील की है।
इसके अलावा आसपास के निचले इलाकों के लोगों को अपना जरूरी सामान तैयार रखने के लिए कहा गया है, जिससे खतरा होने पर उन्हें तुरंत सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा सके। खासकर यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
लोहा पुल से आई तस्वीरें
राजधानी दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर और बाढ़ के संभावित खतरे पर निगरानी रखने के लिए पुराना रेलवे पुल मुख्य जगह है। दो दिन पहले हथिनीकुंड बैराज के सभी 18 गेट खोल दिए गए हैं, जिससे दिल्ली में यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी हुई। इसके कारण यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
बता दें कि पुराने रेलवे पुल पर सोमवार सुबह 7 बजे यमुना का जलस्तर 204.80 मीटर था, जबकि उससे पहले रविवार शाम 7 बजे नदी का जलस्तर 204.60 मीटर के आसपास दर्ज हुआ था।