Delhi Blast: 'मदरसे में कमरा नहीं, लेकिन...', दिल्ली धमाके पर ओवैसी ने आरोपियों को लगाई लताड़
Delhi Blast: 10 नवंबर को दिल्ली में धमाका हुआ। AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने धमाके के आरोपियों को लताड़ लगाई है। उन्होंने कहा कि ये मदरसे में एक कमरा नहीं बना सकते लेकिन अमोनियम नाइट्रेट लेकर बैठे हैं।
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी।
Delhi Blast: 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास एक धमाका हुआ, जिसमें 15 लोगों की मौत हो चुकी है। इस धमाके ने दिल्ली ही नहीं पूरे देश को हिलाकर रख दिया। पुलिस ने इस मामले में अब तक जितने लोगों को गिरफ्तार किया है, वो सब हाईली क्वालिफाइड हैं। इनमें अधिकतर डॉक्टर्स और इंजीनियर्स हैं। ये सभी आरोपी विशेष समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। इन आरोपियों का मकसद था कि वे दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर धमाका कर दिल्ली को दहला दें। हालांकि आरोपियों के इन मंसूबों और कायराना आतंकी घटना को लेकर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सख्त जवाब दिया है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यहां पर ये कहना जरूरी है कि वतन की मोहब्बत की खातिर जो शिक्षा संस्थान मुसलमानों ने कायम किए। अगर कोई यहीं बैठकर बम बनाने की साजिश करता है, तो हम उसकी खिलाफत करते हैं। उन्होंने कहा कि एक यूनिवर्सिटी बनाना मुश्किल काम है, वो ये जालिम लोग नहीं समझ सकते। ये जालिम लोग मदरसे और स्कूल का एक कमरा नहीं बना सकते लेकिन अमोनियम नाइट्रेट लेकर बैठे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली धमाके में 15 लोग मारे गए। मरने वालों में हिंदू और मुस्लिम दोनों शामिल थे। ऐसी जहनियत वाले लोगों कि हमें जमकर आलोचना करनी चाहिए। जो देश के दुश्मन हैं, वो हमारे भी दुश्मन हैं। अगर इस तरह की हरकतें होंगी, तो हम फिर खुली छूट दे रहे हैं, जो करना है कर लो। उन्होंने कहा कि जब तक दुनिया रहेगी, तब तक हिंदुस्तान में मुसलमान एक बाइज्जत हिंदुस्तानी बनकर रहेगा। हम लड़ेंगे जम्हूरियत के दायरे में रहकर।
ओवैसी ने कहा, 'हम अपनी मस्जिदों को बचाएंगे, तुम एक मस्जिद को शहीद करोगे, तो हम लाखों मस्जिदों को आबाद करेंगे। तुम शरीयत पर हमला नहीं कर सकते। अगर तुम तलाक के नाम पर हमला करोगे, तो अब आपको जम्हूरियत से उसका जवाब मिलेगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह हमारे बुजुर्गों ने अजीम कुर्बानी दी है। उनकी कुर्बानी को याद करते हुए हमको इस वतन को और मज़बूत बनाना है। याद रखिए जो लोग आज नफरत दिखा रहे हैं, वे लो वक्त के गुमराह जरूर हैं लेकिनवक्त उनके साथ नहीं है। वक्त हमारे साथ रहेगा।'