Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में बनेंगे 23 सामुदायिक केंद्र, अलग-अलग जगहों पर नहीं लगाने होंगे चक्कर
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा में 23 सामुदायिक केंद्र बनाए जाएंगे। इन सभी का निर्माण डाढ़ा और सिरसा के आस-पास के गांव और सेक्टरों में होगा। इसके लिए 3 से 4 कंपनियां प्राधिकरण को प्रेजेंटेशन दे चुकी हैं।
ग्रेटर नोएडा में बनेंगे कम्यूनिटी सेंटर्स।
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के डाढ़ा और सिरसा सहित उसके आसपास के गांव और सेक्टरों के लिए बड़ी खुशखबरी है। यहां पर बिल्ड ऑपरेटर ट्रांसफर (बीओटी) के आधार पर 23 सामुदायिक केंद्र बनाए जाएंगे। सलाहकार एजेंसी को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया चल रही है। वहीं इसके लिए 3 से 4 कंपनियां प्रस्तुति दे चुकी हैं। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अनुसार, सलाहकार एजेंसी का चुनाव कर उसके द्वारा दिए गए सुझाव के आधार पर निविदा की सूची जारी की जाएगी। इससे पहले रुचि की अभिव्यक्ति जारी कर इच्छुक कंपनियों से आवेदन मांगे गए थे।
बता दें कि प्राधिकरण ने 23 सामुदायिक केंद्र बनाने का फैसला लिया है। इसका उद्देश्य है कि लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए अलग-अलग न भागना पड़े। इस वजह से प्राधिकरण द्वारा सेक्टरों में सामुदायिक केंद्र बनाए जाएंगे। फिलहाल इसका रख रखाव और संचालन प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। हालांकि रखरखाव करने में प्राधिकरण को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। इसी वजह से प्राधिकरण विचार कर रहा है कि गांव और सेक्टरों में बीओटी के आधार पर सामुदायिक केंद्र बनाए जाएं। इस योजना के तहत समुदायिक केंद्रों को बनाने, उनके रखरखाव और संचालन की जिम्मेदारी एक सीमित समय के लिए कंपनियों को दी जाएगी।
बीओटी क्या होता है?
बीओटी यानि कि बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर एक प्रकार की परियोजना, विकास और प्रबंधन की नीति है। इसके अंतर्गत एक कंपनी किसी परियोजना का निर्माण, उसका संचालन और उसका रखरखाव एक निश्चित समय तक करती है। इसके बाद परियोजना का स्वामित्व प्राधिकरण या फिर सरकार को वापस सौंप दिया जाता है।
पुराने केंद्र भी सौंपे जाएंगे
अधिकारी के अनुसार अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और पी 3 सहित सभी सेक्टरों में सामुदायिक केंद्र बनाए जाएंगे। फिलहाल 12 केंद्र बनाए जा रहे हैं। वहीं पहले से बने केंद्रों की जिम्मेदारी भी शर्तों के आधार पर निजी हाथों में सौंपी जा सकती है। इसको लेकर भी चर्चा चल रही है।