छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात: तांदुला नदी में बहा एक युवक, घुनघुट्टा डैम के सभी गेट खोले गए
राज्य में बारिश से ज्यादातर नदी-नाले उफान पर है। बालोद जिले के गुंडरदेही से लगे तांदुला नदी में एक युवक बह गया। कई जगह लोग पुल के ऊबर बहते पानी को पार कर रहे।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात
रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। राज्य में बारिश से ज्यादातर नदी-नालों में उफान है। बालोद जिले के गुंडरदेही से लगे तांदुला नदी में एक युवक बह गया। सरगुज़ा के घुनघुट्टा डैम में ओवरफ्लो की स्थिति बनने के कारण सभी गेट खोल दिए गए हैं। कवर्धा जिले में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार करने को मजबूर हो रहे हैं। बलौदाबाजार में झमाझम बारिश से सरकारी दफ्तरों में पानी भर गया है।
युवक की तलाश में जुटी एसडीआरएफ की टीम
बालोद जिले के गुंडरदेही से लगे तांदुला नदी में एक युवक बहकर लापता हो गया। बीते शाम करीब 5 बजे गुंडरदेही के महावीर मुक्तिधाम के पास कुछ लोग जुआ खेल रहे थे। इसी दौरान गुंडरदेही पुलिस ने रेड कार्रवाई की। इसके बाद मौके से 3 लोगों ने नदी में छलांग लगाई थी, जिसके बाद 2 लोग बाहर निकल गए वहीं एक युवक लापता हो गया। लापता युवक का नाम दुर्गेश सोनकर (30) गुंडरदेही निवासी बताया जा रहा है। दुर्ग और बालोद के एसडीआरएफ और गोताखोरों की टीम लापता युवक की तलाश में जुट गई है। मामला बालोद जिले के गुंडरदेही थाना क्षेत्र का है।
घुनघुट्टा डैम के सभी आठों गेट खोले गए
अम्बिकापुर के सरगुज़ा जिले में घुनघुट्टा डैम ओवर फ्लो की स्थिति में है जिसको देखते हुए आनन-फानन में डैम के सभी आठों गेट खोले गए। 13 साल बाद डैम के सारे गेट पहली बार खोले गए। 509 क्यूसेक पानी लगातार डिस्चार्ज किया जा रहा है।
पुल से 2 फीट ऊपर बह रहा पानी
कवर्धा में पर्यटकों की बड़ी लापरवाही सामने आई। बताया जा रहा है कि, पर्यटक जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहें हैं। भोरमदेव से सटे छपरी के पास नदी उफान पर है। पुल से 2 फीट ऊपर पानी बह रहा है। प्रशासन के कोई भी नुमाइंदे मौजूद नही नहीं है।
तहसील कार्यालय में भरा पानी
बलौदाबाजार जिले में पिछले एक घंटे झमाझम बारिश से इलाकों में पानी भर गया है। झमाझम बारिश से बलौदा बाजार नगर पालिका में पानी निकासी की व्यवस्था की पोल खुल गई है। तहसील कार्यालय, जनपद कार्यालय में भी पानी भर गया है। वहीं आम लोगों का कहना है कि, नगर पालिका की जल निकासी की योजना सिर्फ कागजों तक ही सीमित है।