राशन घोटाले का पर्दाफाश: कांदागढ़ की उचित मूल्य दुकान से साल 2018 में हुई थी लाखों की हेराफेरी, सात साल बाद 4 गिरफ्तार
रायगढ़ जिले में राशन की हेराफेरी मामले में 2018 में गड़बड़ी हुई थी। जिसमे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस थाना पुसौर, जिला रायगढ़
अमित गुप्ता - रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में पुसौर ब्लॉक के कांदागढ़ गांव में शासकीय उचित मूल्य दुकान में हुए बड़े राशन घोटाले का भंडाफोड़ हुआ है। वर्ष 2018 में हुई इस गड़बड़ी में अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों में गौरहरि निषाद, टीकेश्वर सेठ, प्रशांत सेठ और सोमति सिदार शामिल हैं। ये सभी कांदागढ़, थाना पुसौर क्षेत्र के निवासी हैं।
फूड ऑफिसर अंजनी राव की शिकायत पर इस मामले की जांच शुरू की गई थी, जिसमें सामने आया कि 232 क्विंटल चावल, 14 क्विंटल शक्कर, 4 क्विंटल नमक और 1369 लीटर केरोसिन तेल का गबन किया गया। इस हेराफेरी से शासन को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया जेल
मामले में पुलिस ने धारा 409 (आपराधिक विश्वासघात), 34 IPC (सामूहिक अपराध) और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह घोटाला लंबे समय से प्रशासन की नजर में था और अब जांच की गति तेज होने से दोषियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है।