हड़ताल पर छत्तीसगढ़ के पटवारी: ऑनलाइन काम का बहिष्कार, किसानों की बढ़ेगी मुश्किलें
बलौदा बाजार जिले में पटवारियों के ऑनलाइन कार्यों के बहिष्कार का असर दिखा। जिसके चलते फसल सर्वेक्षण और कृषि पंजीकरण के लिए किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा।
पटवारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित कर ऑनलाइन कार्यों का किया बहिष्कार
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के पटवारियों ने 16 अगस्त से प्रस्तावित अपनी हड़ताल को स्थगित कर दिया है। लेकिन अब उन्होंने ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार शुरू कर दिया है। पटवारियों को राजस्व विभाग में किसानों और प्रशासन के बीच कड़ी माना जाता है। वहीं पटवारियों के ऑनलाइन बहिष्कार के चलते काम- काज ठप होगा।
बलौदा बाजार जिले में भी इस निर्णय का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है। सबसे बड़ा असर गिरदावरी (फसल सर्वेक्षण) और कृषि पंजीकरण पर पड़ेगा। सामान्यत: साल में दो बार रबी और खरीफ सीजन में पटवारी किसानों की फसल का विवरण दर्ज करते हैं, जिससे सरकारी योजनाओं और सब्सिडियों का लाभ समय पर मिल सके। ऑनलाइन कार्य बंद होने से इस प्रक्रिया में देरी होगी, और किसानों को योजनाओं का लाभ मिलने में मुश्किलें आ सकती हैं।
किसानों को होगी परेशानी
इसी तरह कृषि पंजीकरण प्रभावित होने से किसानों को विभिन्न कृषि गतिविधियों जैसे बीज वितरण, खाद-सब्सिडी और अन्य सुविधाओं से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसके अलावा त्रुटि सुधार, डिजिटल हस्ताक्षर सत्यापन और अन्य ऑनलाइन कार्यों में भी देरी होगी, जिससे किसानों की परेशानियां बढ़ने की आशंका है।
भत्ते की मांग को लेकर अड़े
पटवारियों का कहना है कि, वे ऑनलाइन कामकाज के भत्ते की अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होता, वे ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार जारी रखेंगे।