शक्कर कारखाने के सामने धरना: 250 मजदूरों को नौकरी से निकालने का विरोध, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे श्रमिक
पंडरिया शक्कर कारखाने से 250 श्रमिकों को नौकरी से निकाले जाने पर वे अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं।
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे श्रमिक
पंडरिया। छत्तीसगढ़ के पंडरिया शक्कर कारखाना के 250 श्रमिकों को नौकरी से निकाल दिया गया है। जिसके गुस्साए श्रमिकों ने हड़ताल शुरू कर दिया है। सैकड़ों की अधिक संख्या में ये कर्मचारी श्रमिक कल्याण संघ के बैनर तले परसवारा मेन गेट के पास हड़ताल में हैं और नारेबाजी भी कर रहे हैं। लेकिन अभी तक कारखाना प्रबंधक और शासन प्रशाशन द्वारा कोई रास्ता नहीं निकला गया है।
श्रमिक कल्याण संघ के अध्यक्ष रमाशंकर विश्वकर्मा सचिव अजय बंजारे प्रवक्ता संतराम वर्मा ने बताया कि, 250 श्रमिक कर्मचारी को नौकरी से निकाल दिया गया है। श्रमिकों ने बताया कि हर साल 1, 5 और 8 जुलाई से लेकर पेराई सीजन बंद होने तक काम करते हैं। लेकिन इस बार 11 जुलाई तक 250 करीब श्रमिकों को काम पर नहीं बुलाया जा रहा हैं। उन्हें सीधे तौर पर नौकरी से निकाल दिया गया है। ऐसे में कर्मचारियों को आर्थिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित कर दिया गया है। संघ ने प्रबंधन और क्षेत्रीय विधायक और कलेक्टर से चर्चा की, लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं की गई। जिसके बाद श्रमिक हड़ताल में बैठ गए हैं।
कर्मचारियों ने की नौकरी पर रखने की मांग
cकर्मचारियों ने जल्द से जल्द नौकरी पर रखने की मांग कर रहे हैं। यदि जल्द से मांग पूरा नहीं होता तो आगे आंदोलन की रूप रेखा बदलते रहेंगे। जैसे - कारखाना घेराव, चक्का जाम, अर्द्धनग्न नाट्य ,उग्र आंदोलन एवं अन्य प्रकार का विरोध करेंगे। अभी परसवारा मेन गेट के पास तंबू गाड़ कर कारखाना के सामने आंदोलन में बैठे हुए हैं और आगे हम श्रमिकों का लड़ाई जारी रहेगा।
चहेते लोगों को नौकरी पर रखने का आरोप
वर्तमान में कारखाना प्रबंधक द्वारा अपने चहेते फर्जी डिग्रीधारी व ठेका श्रमिक और ओम इंटरप्राइजेस के लोगो को नौकरी पर रख रहे हैं और प्रमोशन कर रहे हैं। गरीब मजदूर कारखाना के भरोसे अपना जीवन यापन कर रहे अपने बच्चे का पढ़ाई लिखाई कराते हैं। जिनका भविष्य को बर्बाद कर रहे हैं पालन- पोषण से लेकर बच्चों की शिक्षा तक प्रभावित हो रहा है।
ये पदाधिकारी रहे उपस्थित
आज अनिश्चित कालीन क्रमिक भूख हड़ताल में श्रमिक कल्याण संघ के अध्यक्ष रमाशंकर विश्वकर्मा, उपाध्यक्ष अशोक बंजारे, सचिव अजय बंजारे, प्रवक्ता संतराम वर्मा, सचिव मेलन मानिकपुरी, कोषाध्यक्ष सत्यप्रकाश मानिकपुरी, सदस्य अश्वनी साहू, सदस्य बिसेन साहू, सदस्य जागेश्वर कुर्रे, रामझूल चंद्रवंशी, मुकेश यादव, अमर बंधवे, शिवकुमार निषाद, मो.जुनैद खान, अजय धुर्वे, नंदकुमार चंद्राकर, योगेश साहू, भरत लाल यादव और सैकड़ों की संख्या पर हड़ताल में बैठे हुए हैं।