बदहाल शिक्षा व्यवस्था: एकल शिक्षक के जिम्मे 40 बच्चों का भविष्य, एक ही कक्षा में पढ़ते हैं पहली से पांचवीं तक के बच्चे 

जगदलपुर के तोकापाल के प्राथमिक शाला में पहली से पांचवीं तक के बच्चे एक ही कक्षा में पढ़ाई करते हैं। इन सभी बच्चों का भविष्य एकल शिक्षक के जिम्मे है। 

Updated On 2024-01-07 14:12:00 IST
प्राथमिक शाला नैननार

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। भले ही सराकर लाख दावा करे कि, बस्तर में बेहतर और अच्छी शिक्षा दी जा रही है। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बस्तर जिले के तोकापाल ब्लाक के नैनार गांव और नैनमूर गांव के प्राथमिक शाला में पहली से पांचवीं तक केवल दो कक्षाओं में ही पढ़ाई होती है। इतना ही नहीं बल्कि एक ही कक्षा में पहली से पांचवीं तक के बच्चों को बैठाया जाता है। इन सभी बच्चों को एक ही शिक्षक पढ़ाता है। 

जब हरिभूमि डॉट कॉम की टीम तोकापाल के स्कूल पहुंची तो देखा कि, वाकई कक्षाओं और शिक्षकों की समस्या है। एक ही कक्षा में पहली-पांचवीं तक के बच्चों को एक साथ पढ़ाने में शिक्षक भी परेशान हो रहे हैं। सभी बच्चों को एकसाथ संभालना चुनौतीपूर्ण कार्य है। 

Full View

जिला शिक्षा अधिकारी ने समस्या के निदान का दिया आश्वासन 

इस पूरे मामले को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि, एकल शिक्षक की जानकारी और अतिरिक्त कक्षा के विषयों पर प्रशासन को अवगत कराया गया है और जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी। साथ ही बच्चों को हो रही परेशानी पर जल्द ही नया भवन भी बनाया जाएगा। 

Full View

शराब के नशे में धुत्त होकर स्कूल आते हैं शिक्षक 
वहीं प्रदेश के कई स्कूलों में शिक्षक शराब पीकर स्कूल पहुंच रहे हैं। इनमें ताजा मामला  मरवाही विकासखंड के प्राथमिक शाला मौहरीटोला अमेराटिकरा का है। यहां पर शिक्षक सरजू सिंह धुर्वे रोज शराब पीकर स्कूल आता है और बच्चों को अपशब्द कह उनके साथ मारपीट करता है। जब बच्चों ने परिजनों को इसकी जानकारी दी तो वे स्कूल पहुंचे। उन्होंने शिक्षक को समझाइश भी दी लेकिन वह नहीं माना।  इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत मरवाही विकासखंड शिक्षा अधिकारी से की। 

Tags:    

Similar News