सिम्स में युवती से छेड़छाड़ : भोजन ठेकेदार का सुपरवाइजर कर रहा था अश्लील हरकतें, बीच बचाव करने आई महिला से भी मारपीट

बिलासपुर के सिम्स में सुपरवाइजर ने मरीज के महिला परिजन से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। मौके पर पहुंचे इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई की 

By :  Ck Shukla
Updated On 2024-09-10 16:42:00 IST
आरोपी सुपरवाइजर समेत अन्य लोगों को किया गया गिरफ्तार

संदीप करिहार- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के सिम्स से मरीज के महिला परिजन से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। भोजन ठेकेदार के सुपरवाइजर ने युवती का हाथ मरोड़ कर मोबाइल नंबर मांगा और युवती से गलत काम करने के लिए अश्लील हरकत कर रहा था। इस बीच बचाव करने आई महिला से भी मारपीट की। शोर मचाने पर पहुंचे इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई कर दी। छेड़छाड़ की घटना से हड़कंप मचा गया है। 

दरअसल यह पूरा ममला मेडिकल कॉलेज अस्पताल सिम्स की है। जहां पर सिम्स में मरीजों को भोजन देने के लिए ठेका दिया गया है। इसके लिए ठेकेदार ने वार्ड में मरीजों को भोजन बांटने के लिए कर्मचारी रखे है। कर्मचारी के ऊपर सुपरवाइजर है। रात में भोजन देने के दौरान सुपरवाइजर मरीज के परिजन से छेड़छाड़ करने लगा। पीड़िता के मां ने विरोध किया तो भोजन ठेकेदार के कर्मियों ने दोनो से मारपीट की। इस बीच शोर मचाने पर10 से 12 इंटर्न डॉक्टर वहां पहुंचे। वार्ड में भर्ती मरीज के परिजन और इंटर्न डॉक्टरों ने सुपरवाइजर की जमकर पिटाई कर दी।

मौके पर पहुंची पुलिस 

सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते ठेकेदारकर्मी अभिषेक सूर्यवंशी समेत पांच लोगो को गिरफ्तार किया हैं। बीएनएसएस नए कानून के तहत पुलिस ने धारा 170 के तहत कार्यवाही की है। वहीं दूसरी तरफ शिकायत मिलने के बाद सुपरवाइजर को भोजन ठेकेदार ने काम से निकाल दिया।

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इससे पहले भी आ चुका है मामला 

अस्पताल में छेड़छाड़ का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी यहां कई मामले सामने आ चुके हैं। कुछ दिनों पहले इंटर्न महिला डॉक्टरों ने यहां के एक प्रोफेसर पर प्रताड़ना का भी आरोप लगाया था। इस मामले पर डीन ने जांच कमेटी भी बनाई है। ऐसे में सीसीटीवी कैमरा नहीं होने के कारण अहम सबूत नहीं जुटा पा पा रहे है। 

बंद पड़े हैं सीसीटीवी कैमरे 

सिम्स अस्पताल में जहां यह घटना हुई वहां 2 से 3 कैमरे लगे हुए है। प्रबंधन का कहना है कि, सीसीटीवी फुटेज नहीं मिल पाई है। सिम्स अधीक्षक कार्यालय में इन सभी कैमरों पर निगरानी की जाती है। वहां के कर्मचारी ने बताया कि 52 कैमरों में से केवल 5 कैमरे ही चालू हैं। बाकी सभी कैमरे बंद हैं। इनके सुधार के लिए रखरखाव करने वाली कंपनी को पत्र लिखा गया है। लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है। 

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