तेज रफ्तार हाईवा ने ली एक और जान: रात 10 बजे बच्चे को कुचलकर हुआ फरार
नवापारा में बीती रात करीब 10 बजे के बीच 13 साल के एक मासूम बच्चे को बेदर्दी के साथ कुचलकर फरार हो गया। जो घटना को अंजाम देने के 18 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है।
फाइल फोटो
श्यामकिशोर शर्मा। नवापारा- राजिम। शहर के बीच से चल रहे तेज रफ्तार दैत्याकार हाइवा से होने वाली जानलेवा घटना थमने का नाम नही ले रही है। बीती रविवार की रात करीब 10 बजे के बीच 13 साल के एक मासूम बच्चे को बेदर्दी के साथ कुचलकर फरार हो गया। जो घटना को अंजाम देने के 18 घंटे बाद भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। रात के अंधेरे होने के कारण उनका नंबर ज्ञात नही हो पाया। वहीं हाइवा का कलर पीला बताया जा रहा है। ये घटना नवापारा शहर के बेलाहीघाट पुल क्रास करने के बाद सोनकर और सुगम लॉज के बीच हुआ है।
आपको बता दें कि, इन दिनों नवापारा शहर के बीच से सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक किसी भी प्रकार से रेत भरी हाइवा वाहनो के चलने पर नगर पालिका और प्रशासन द्वारा ब्रेक लगाया गया है। 10 नहीं बज पाता कि, खाली और रेत भरी हाइवा शहर के मेन रोड गंज मार्ग से पूरे रफतार में दौड़ना शुरू हो जाता है। जबकि यह व्यापारिक सेंटर है। रात 10 बजे तक व्यापारी अपना दुकान बढ़ाकर घर जाते है। इनके वर्कर भी आसपास के गांव से आए होते है, वे भी इसी समय निकलते है। महिलाएं, युवतियां, युवक गर्मी के चलते वॉक इसी रोड पे करते है। शहर से लगा हुआ बेलाहीघाट पुल में भी वॉक करने वालो की भीड़ लगी रहती है। इसके बावजूद नशे में धुत हाइवा चालको की मनमानी गति देखी जाती है। तेज रफ्तार हाइवा के बीच शहर से चलने पर कांग्रेस-भाजपा सहित समूचे शहर के नागरिको ने आक्रोश जाहिर कर चुका है। अभी भी सोशल मीडिया में रोज इसी मुद्दे पर चर्चा हो रही है। सारे के सारे लोगो का गुस्सा प्रशासन और पुलिस के प्रति दिख रहा है।
हादसे में 13 साल के बच्चे की मौत
मालूम हो कि, कुछ ऐसे घाट है जो धमतरी जिले के हिस्से में पड़ता है। वहां जाने के लिए हाइवा इस शहर के बीच से निकलता है। 10 बजे रात के बाद तो सुबह के होते तक सैकड़ो गाड़ियां निकलती है। सड़के अलग खराब हो रही है और लोगों की जाने अलग जा रही है। इस घटना को लेकर सिंधी समाज सहित पूरा शहर आक्रोशित है। बताया जा रहा है कि इस हृदयविदारक घटना से लोगों में भय और डर का माहौल व्याप्त हो गया हैं। इस भीषण हादसे में 13 साल के बच्चे की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 9 वर्षीय दूसरा बच्चा गंभीर रूप से घायल है। ये घटना नदी के उस पार होने के कारण मगरलोड थाने के करेली बड़ी चौकी क्षेत्र में पड़ता है।
चौकी प्रभारी ने नहीं उठाया फोन
इस संबंध में चौकी प्रभारी तुलसी राम मिथलेश को फोन किया गया। घंटी पूरी गई परंतु उन्होने कॉल रिसीव्ह नही किया। आजकल ट्रेंड बना हुआ है कि किसी भी खबर के लिए कोई भी अधिकारी को फोन लगाओ तो वे फोन उठाना उचित नही समझते। इस पर भी शासन में बैठे हुए मंत्री, विधायको और कलेक्टर, एसपी को चाहिए कि किसी भी अधिकारी के पास यदि किसी का भी फोन आता है तो वे रिसीव्ह करे। प्रेस से जुड़े लोगो का फोन भी वे जानबूझकर नही उठाते और यदि उठा भी लिए तो रूखे स्वर में कहेंगे कौन बोल रहे हो?
दुर्घटना में मृत बच्चा गौरव गर्मी की छुट्टी मनाने आया था नवापारा
दुर्घटना में मृत बच्चे के बारे में बताया गया है कि तिल्दा नेवरा निवासी यह बच्चा गौरव विधानी अपने रिश्तेदार के यहां गर्मी की छुट्टी मनाने नवापारा आया था जो रविवार को अपने दोस्त चरण नारवानी के साथ स्कूटी से बेलाहीघाट घूमने निकला था। तभी अज्ञात हाइवा ने सामने से टक्कर मार दी। हादसा इतना भयानक था कि स्कूटी का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गौरव के सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर मौत हो गई, जबकि दूसरा बच्चा चरण को गंभीर चोटें आईं है। टक्कर के बाद चालक वाहन लेकर फरार हो गया। राहगीरों की मदद से दोनों बच्चों को नवापारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने गौरव को मृत घोषित कर दिया। चरण का इलाज जारी है। घटना के बाद नवापारा में शोक और आक्रोश का माहौल है। आक्रोशित लोग देर रात नवापारा थाना पहुंचकर इस घटना को लेकर आक्रोश जताया।
सिंध समाज के लोगों ने जताई नाराजगी
जानकारी यह भी मिली है कि सिंध समाज के लोगों ने थाना प्रभारी की अनुपस्थिति पर गहरी नाराजगी जताई। पुलिस ने शून्य में अपराध दर्ज कर मर्ग डायरी धमतरी जिले के चौकी बड़ी करेली को भेज दी है। गौरव का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, हाइवा धमतरी जिले में अवैध रेत खनन के लिए रेत लोड करने जा रहा था। रात के समय इन वाहनों की तेज रफ्तार और नशे में धुत चालकों की लापरवाही से पिछले 6 महीनों में इस मार्ग पर 5 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कई मवेशी भी इनकी चपेट में आ चुके हैं। अंधेरे का फायदा उठाकर ये वाहन मौके से फरार हो जाते हैं। सिंध समाज के व्यापारी बंधुओं ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि ऐसी घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। नवापारा की जनता पूछ रही है कि आखिर कब रुकेगा यह मौत का खूनी खेल? क्या प्रशासन इसकी जवाबदेही लेगा?यह हादसा न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही और अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण की कमी को भी उजागर करता है। नवापारा की जनता अब ठोस कार्रवाई की मांग करने पर अड़ने जा रही है।