नवाचार की मिसाल बनीं यामिनी बर्मन: छत्तीसगढ़ की शिक्षिका को मिला 'राष्ट्रीय नवाचार सम्मान'
नवागढ़ की नवाचारी शिक्षिका यामिनी बर्मन को राष्ट्रीय स्तर पर 'नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान' उनके अभिनव शिक्षण कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
नवाचारी शिक्षिका यामिनी बर्मन को राष्ट्रीय स्तर पर 'नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान' मिला
बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के नवागढ़ विकासखंड की शासकीय प्राथमिक शाला घठोली की शिक्षिका यामिनी बर्मन को उनकी नवाचारी शिक्षण पद्धतियों और शैक्षिक नवाचारों के लिए 'राष्ट्रीय नवाचारी शिक्षा रत्न सम्मान' से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रीय शैक्षिक संप्रवाह और नवाचारी गतिविधियां समूह भारत द्वारा प्रदान किया गया, जो देश का सबसे बड़ा नवाचारी शिक्षक समूह है।
गतिविधियों पर आधारित शिक्षा को बताया समय की आवश्यकता
यामिनी बर्मन ने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खेल आधारित, प्रयोजना आधारित, थीम आधारित शिक्षण, साथ ही योग शिक्षा, FLN, नवाजतन 6C विकास, खिलौना निर्माण, रचनात्मक लेखन, और समावेशी बहुभाषी शिक्षण पद्धतियों का समावेश किया है।
'स्मार्ट क्लास' जैसी गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को बनाया रुचिकर
उन्होंने 'सेल्फी विद सक्सेस', 'अंगना में शिक्षा', 'गली मोहल्ला शिक्षण', 'कबाड़ से जुगाड़', 'शाला सुरक्षा योजना', 'नैतिक शिक्षा सप्ताह', 'टेक्नोलॉजी युक्त शिक्षण', 'दीवाल पत्रिका', और 'स्मार्ट क्लास' जैसी गतिविधियों के माध्यम से शिक्षा को रुचिकर और बच्चों के अनुकूल बनाया है। उनके नवाचारों में वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान और कोरोना जागरूकता जैसे सामाजिक मुद्दों को भी सम्मिलित किया गया है।
राज्य प्रतिनिधि के रूप में हुई प्रस्तुति
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत यामिनी बर्मन को छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से प्रस्तुतिकर्ता के रूप में चुना गया। उनका चयन एक ऑनलाइन साक्षात्कार के माध्यम से शैक्षिक समझ, बाल विकास, वातावरण निर्माण और सामाजिक पृष्ठभूमि जैसे मानकों के आधार पर हुआ।
सम्मान समारोह रायपुर में संपन्न
यह सम्मान समारोह गुरुवार 29 मई 2025 को जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान (डायट) रायपुर में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एससीईआरटी के अतिरिक्त संचालक जे पी रथ थे।
राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षा में छत्तीसगढ़ की उपलब्धि
यामिनी बर्मन की यह उपलब्धि न केवल नवागढ़ और बेमेतरा जिले के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ राज्य के लिए गर्व की बात है। उनके नवाचारों को राष्ट्रीय मंच पर पहचान मिलने से यह स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ के शिक्षक गुणवत्तापूर्ण और नवाचारी शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर डाइट प्राचार्य, संजीव सूर्यवंशी, नैन वर्मा, प्रज्ञा सिंह, ज्योति बनाफर सहित कई नवाचारी शिक्षक उपस्थित रहे।