लोकतंत्र की हत्या कार्यक्रम: खाद्य मंत्री आपातकाल शब्द भूले, कार्यकर्ताओं से पूछा- 50 साल पहले क्या लगाया गया था
बेमेतरा जिले में आपातकाल के 50 वर्ष होने पर लोकतंत्र की हत्या कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल मीडिया से चर्चा करते हुए आपातकाल शब्द ही भूल गए।
मीडिया से चर्चा करते हुए खाद्य मंत्री बघेल
सूरज सिन्हा- बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में आपातकाल के 50 वर्ष होने पर लोकतंत्र के हत्या कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल समेत विधायक दीपेश साहू और ईश्वर साहू भी सम्मिलित हुए। कार्यक्रम के बाद मंत्री बघेल मीडिया से चर्चा करते हुए आपातकाल शब्द भूलते हुए नजर आए। जिसके बाद उन्हें बगल में खड़े अपने कार्यकर्ता से पूछना पड़ा की 50 साल पहले क्या लगाया गया था।
दरअसल, बेमेतरा मुख्यालय के मंडी प्रांगण में जिला प्रशासन की तरफ से देश में आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर लोकतंत्र की हत्या दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान कार्यक्रम में खाद्य मंत्री मंत्री दयाल दास बघेल शामिल हुए। साथ ही बेमेतरा विधायक दीपेश साहू, साजा विधायक ईश्वर साहू और अन्य भाजपा नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस पर बोला हमला
कार्यक्रम में भाजपा नेताओं ने देश में 50 साल पहले लगाए गए आपातकाल को लेकर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। साथ ही इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री सरकार के समय हुए शोषण और अत्याचार को लेकर सभा को संबोधित किया। इसके बाद आपातकाल को लेकर लगाए गए प्रदर्शनी का आलोकन किया गया।
आपातकाल शब्द भूले मंत्री
कार्यक्रम के दौरान तिरंगा रैली भी निकाला गया। वहीं कार्यक्रम के बाद खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल ने मीडिया से चर्चा की। इस दौरान मंत्री आपातकाल शब्द को ही भूल गए। इस बीच उन्होंने अपने बगल में खड़े कार्यकार्ताओं से पूछा की 50 साल पहले क्या हुआ था। जिसके बाद ही उन्हें आपातकाल शब्द याद आ पाया। वहीं अब मंत्री जी का यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।