भाजपाइयों ने आपातकाल को याद किया: युवा नेता डॉ. सिन्हा बोले- लोकतंत्र पर ऐसा हमला दोबारा होने नहीं देंगे
युवा भाजपा नेता डॉ. किशोर सिन्हा ने तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा आपात काल की घोषणा को यह लोकतंत्र पर हमला बताया है।
युवा भाजपा नेता डॉ. किशोर सिन्हा
महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में खल्लारी विधानसभा क्षेत्र के युवा भाजपा नेता डॉ. किशोर सिन्हा ने 25 जून सन् 1975 को तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा घोषित किए गए आंतरिक आपात काल को लेकर कहा है कि, यह लोकतंत्र पर बड़ा हमला था।
डॉ. सिन्हा ने कहा कि, उस वक्त प्रेस पर सेंसरशिप लगाई गई, नागरिकों की स्वतंत्रता छीनी गई और विपक्षी नेताओं को हिरासत में लिया गया। यह कदम देश की जनता के अधिकारों पर गहरा आघात था।
इंदिरा गांधी ने किया सत्ता का दुरुपयोग : डॉ. सिन्हा
इंदिरा गांधी ने आपातकाल के दौरान संवैधानिक मूल्यों का उल्लंघन करते हुए सत्ता का दुरुपयोग किया। उन्होंने विपक्षी दलों पर अत्याचार, नेताओं की हिरासत और जनता पर दमनकारी नीतियों को लागू किया, जिससे देश में भय और असुरक्षा का माहौल बना।
न्यायपालिका पर भी डाला गया था दबाव
आपातकाल के दौरान न्यायपालिका पर दबाव डाला गया, जिससे न्यायिक स्वतंत्रता प्रभावित हुई। कई मामलों में न्यायाधीशों को जनता के हित में फैसले देने से रोका गया और संविधानिक प्रक्रियाओं को कमजोर किया गया। 1977 में जनता के व्यापक विरोध और मोरारजी देसाई के नेतृत्व में गठित सरकार के प्रयासों से आपातकाल समाप्त हुआ। इस दौरान गुजरात और बिहार में शुरू हुए जन आंदोलनों ने देश भर में इसका प्रभाव बढ़ाया, जिसके फलस्वरूप 1977 के चुनाव में इंदिरा गांधी की हार हुई।
भाजपा लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध
भाजपा आपातकाल जैसे काले अध्याय को याद रखकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। डॉ. किशोर ने युवाओं से आग्रह किया कि वे डिजिटल प्लेटफॉर्म और प्रेस के माध्यम से लोकतंत्र की मजबूती के लिए जागरूकता फैलाएं। आगे डॉ किशोर सिन्हा ने कहा कि, 1971 में लोकसभा चुनाव में भारी बहुमत से जीतने के बावजूद इंदिरा गांधी ने 1975 में सत्ता को बनाए रखने के लिए आपातकाल लगाया।
हम दोबारा ऐसा होने नहीं देंगे : डॉ. सिन्हा
गुजरात में 1974 का नेवसारी रेल हादसा और 1975 का आपातकाल जनता के आक्रोश का कारण बना। आज भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए प्रेस और जनता की भूमिका महत्वपूर्ण है। भाजपा इस ऐतिहासिक सबक को भविष्य में दोहराने से रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।