अनूठी पहल: नगर पंचायत ने जलकुंभी सफाई के लिए मगाई पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन
कुरुद के जलसन तालाब की सफाई पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन से हो रही है। नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर की संयुक्त पहल पर यह दुर्ग से मंगाई गई है।
पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन से हो रही सफाई
यशवंत गंजीर- कुरुद। छत्तीसगढ़ के नगर पंचायत कुरुद के दर्जन भर तालाबों में जलकुंभी नही बल्कि निस्तारी के लिए साफ सुथरा पानी दिखाई देगी। क्योंकि तालाबो की सफाई अब आधुनिक तालाब क्लीनिंग मशीन से होगी। जल संरक्षण की दिशा में अहम कदम उठाते हुए विधायक अजय चंद्राकर और नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति चंद्राकर की संयुक्त पहल पर यहां नगर निगम दुर्ग से पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन मंगाई गई है। सोमवार को नगर निगम दुर्ग से किराये पर मंगाई गई पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन की नगर पंचायत अध्यक्ष ज्योति भानू चंद्राकर द्वारा पूजा अर्चना कर नगर के प्रमुख निस्तारी वाले जलसन तालाब में सफाई के लिए उतारा गया है। जिससे जलकुंभी व कमलफूल से पटे तालाबो को साफ किया जा रहा है।
इस दौरान नपं. अध्यक्ष श्रीमती चंद्राकर ने कहा कि, नगर की जीवनरेखा कहे जाने वार्ड क्रं 05 स्थित जलसन तालाब से सफाई कार्य शुरू किया गया। इस क्लीनिंग मशीन के माध्यम से तालाबों की जलकुंभी व अन्य कचरों की सफाई सुनिश्चित हो सकेगी। इसके साथ ही जल संरक्षण को भी बढ़ावा मिल सकेगा। उन्होंने आगे बताया कि, यह केवल तालाबों की सफाई का कार्य नहीं, बल्कि पूरे कुरूद नगर को स्वच्छ, सुव्यवस्थित और पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में एक व्यापक पहल है। नगर पंचायत हर स्तर पर प्रयासरत है। इसी क्रम में शहर क्षेत्र में स्थित तालाबों की सफाई क्लीनिंग मशीन के द्वारा किया जायेगा।
तालाब क्लीनिंग मशीन, ऐसे करती है काम
नदी या तालाबों में जलकुंभी साफ करने वाली यह 40 फीट लंबी व 15 फीट चौड़ी पोंड गार्बेज क्लीनिंग मशीन तेजी से काम करती है। जिसे दुर्ग से बड़े वाहन में मंगवाया गया है। यह मशीन पानी पर तैर कर जलकुंभी बटोरती है और उसे पीछे फेंक देती है। जिसे ट्रॉली में जमा कर लिया जाता है। फिर उसके बाद ट्रक के माध्यम से ट्रॉली को ग्राउंड भेज दिया जाता है। यह मशीन दो फीट तक की गहराई में मौजूद अन्य कचरों पर इसी प्रक्रिया के तहत काम कर रही है। इस मशीन के प्रयोग से तालाब सफाई में आने वाले खर्च व समय की बचत हो रही है। सप्ताह भर का काम यह मशीन दो से तीन घण्टे में कर दे रही है।
इसी मशीन को खरीदने के लिए पारित हो चुका है प्रस्ताव
इस आधुनिक मशीन से नदी तालाब की ऊपरी सतह से जलकुंभी के साथ ही बेल्ट के माध्यम से 5 फीट तक की गहराई तक सभी प्रकार के कचरों को भी आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। ऐसी मशीन का प्रयोग छत्तीसगढ़ के जगदलपुर नगर निगम द्वारा दलपत सागर बांध की सफाई के लिए किया जाता है। यह सुविधा अब नगर निगम दुर्ग, रायपुर व बिलासपुर में भी है। यहां यह बताना लाजिमी है कि शहर के जलस्रोतों में पनप रही जलकुंभी को साफ करने के लिए नपं. अध्यक्ष श्रीमति चंद्राकर ने सुध ली है। उन्होंने मशीन से जलस्रोतों को जलकुंभी से मुक्त कराने के लिए एमआईसी में मशीन किराए में लेने के साथ ही इसे खरीदने का प्रस्ताव भी रखा है।
सभी तालाबों की मशीन से होगी सफाई - सीएमओ
सीएमओ श्री गुप्ता ने बताया कि इस तालाब क्लीनिंग मशीन को नगर निगम दुर्ग से प्रतिदिन साढ़े सात हजार रुपये किराये पर मंगवाया गया है। हमारे नगर पंचायत अंतर्गत कुल 11 बड़े तालाब है, अधिकांश निस्तारी वाले है आज जल्सन तालाब की सफाई हो रही है। बारी-बारी नगर के सभी तालाबो की सफाई की जायेगी। मशीन द्बारा निकाले गए सभी जलकुंभी को परिवहन कर आंबेडकर चौक स्थित ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्लांट में ले जाएगा, जहां इसे प्रसंस्करण कर खाद में परिवर्तित किया जाएगा। यह मशीन रोजाना 5 से 7 घंटे तक जलकुंभी व अन्य कचरे की सफाई करेगी।
ये जनप्रतिनिधि और लोग रहे उपस्थित
cइस अवसर पर नगर पंचायत उपाध्यक्ष देवव्रत साहू, पार्षद मिथलेश बैस, मनीष साहू, कविता चन्द्राकर, उत्तम साहू, रविप्रकाश मानिकपुरी, सितेश सिन्हा, महेन्द्र गायकवाड़, मूलचंद सिन्हा, नगर पंचायत सीएमओ महेन्द्र राज गुप्ता, उपअभियंता भोजराज सिन्हा सहित कर्मचारीगण उपस्थित रहे।