जांजगीर-चांपा जिले के किसान परेशान: खेत सूख रहे, नहीं पहुंच रहा नहर का पानी, ग्रामीणों ने घेरा कलेक्ट्रेट
सिंचाई विभाग ने गर्मी के दिनों में नहर की सफाई नहीं कराई, इसी बात का खामियाजा नवागढ़ क्षेत्र के किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
कलेक्टर कार्यालय के सामने किसानों की उमड़ी भीड़
अभिषेक शुक्ला - जांजगीर चांपा। हसदेव बांगो नहर से 90 प्रतिशत सिंचित जांजगीर-चांपा जिले के किसान इन दिनों बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। खेतों तक नहर की धार नहीं पहुंचने से क्षुब्ध नवागढ़ क्षेत्र के किसान गुरुवार को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी समस्याएं बताईं। खास बात यह है कि, पिछले कुछ दिनों से पानी की समस्या को लेकर किसानो के कलेक्ट्रेट पहुंचने का सिलसिला लगातार चल रहा है, और कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठने लगे हैं।
स्वतंत्रता दिवस के पहले दिन गुरुवार 14 अगस्त को नवागढ़ क्षेत्र के रिंगनी, कुकदा क्षेत्र के ग्रामीण ट्रैक्टर में भरकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां उन्होंने नहर में पानी नहीं पहुंचने की शिकायत करते हुए तत्काल सिंचाई की व्यवस्था कराने की मांग की, वही समय पर सिंचाई की व्यवस्था नहीं होने पर उन्होंने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है। ग्रामीणों की भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पुलिस को सूचित किया गया। इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पुलिस बल कलेक्ट्रेट द्वार पर तैनात रहा। अफसरों ने ग्रामीणों की शिकायत सुनी और फिर उनके एक प्रतिनिधिमंडल को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन देने कहा गया।
नहर की सफाई नहीं हुई, इसलिए पैदा हुई समस्याग्रामीणों ने बताया कि, नहर की सफाई नहीं होने के कारण उनके क्षेत्र में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पिछले पखवाड़े भर से बारिश नहीं होने के कारण खेत सूखने लगे हैं। खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई है और फसल मुरझाने लगी है। उनका कहना था कि नहर में पर्याप्त पानी चल रहा है, लेकिन पानी की धार उनके गांव तक नहीं पहुंच पा रही है। मॉनिटरिंग के अभाव में पूरा पानी ऊपरी क्षेत्रों में बह रहा है। यही स्थिति रही तो उनकी फसल चौपट हो जाएगी। ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग के अफसर की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस बारे में मैदानी अमले से लेकर सिंचाई विभाग के जिला अधिकारी को भी मौखिक रूप से अवगत कराया गया है, लेकिन कोई पहल नहीं हो रही है।
जगह-जगह से नहर जाम, अब हो रही समस्या
जिले में एक ओर जहां हसदेव बांगो नहर की स्थिति बदहाल है तो वही मेंटेनेंस के साथ साफ सफाई के अभाव में अब नहर का पानी खेतों तक भी नहीं पहुंच पा रहा है। कई जगहों पर किसान खुद से नहरो की सफाई करके पानी को ले जाने में लगे हैं। खास बात यह है कि इन सब को लेकर जिम्मेदार जल संसाधन विभाग किसी प्रकार गंभीर नहीं है।
गर्मी के मौसम में सोते रहे विभागीय अफसर
बताया जाता है कि, गर्मी के दिनों में नहरों की सफाई और मरम्मत का काम होना था, लेकिन जिम्मेदार जल संसाधन विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया। जिले के नवागढ़, अकलतरा, पामगढ़ क्षेत्र में मरम्मत और सफाई का काम नहीं हो पाया। ऐसे में अभी सिंचाई के दिनों में जगह-जगह समस्या आ रही है। बताया जाता है की मुख्य शाखा नहर में पर्याप्त पानी चल रहा है, लेकिन सफाई नहीं होने के कारण नहर का पानी वितरक शाखा में नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे में टेल एरिया के किसान सर्वाधिक परेशान हो रहे हैं।
बना रहे हैं व्यवस्था - एसडीओ इरिगेशन
एसडीओ इरिगेशन, जांजगीर सब डिवीजन प्रदीप तिवारी ने हरिभूमि से चर्चा में कहा है कि, गर्मी के दिनों में सफाई और मरम्मत का काम होना था, लेकिन मनरेगा में मजदूर नहीं मिले, जिसके कारण काम नहीं हो सका। अभी व्यवस्था बना रहे हैं।