सरकारी लापरवाही: राशनकार्ड में 18000 से ज्यादा 100 प्लस बुजुर्ग, कई हो चुके दिवंगत

छत्तीसगढ़ में 18 हजार से ज्यादा ऐसे राशन कार्ड सदस्य हैं, जिनकी उम्र 100 प्लस है। इनमें कई की मृत्यु हो चुकी हैं।

Updated On 2025-07-22 13:24:00 IST

File Photo 

रायपुर। छत्तीसगढ़ में 18 हजार से ज्यादा ऐसे राशन कार्ड सदस्य हैं, जिनकी उम्र 100 प्लस है। इनमें कई की मृत्यु हो चुकी हैं, लेकिन इसके बाद भी उनके नाम पर उचित मूल्य की दुकानों से हर महीने खाद्यान्न उठ रहा है। इसके अलावा प्रदेश में 10 लाख 55 हजार 90 सदस्य ऐसे भी हैं, जिनके आधार निर्षक्रय हैं यानी उनमें भी बहुतों की मौत हो चुकी है। आधार को अपडेट नहीं कराने वालों की संख्या भी कम नहीं है। इसके बाद भी इनमें से हजारों सदस्यों के नाम पर राशन दुकानों से लिया जा रहा है। ये आंकड़े भी ई-केवाईसी की प्रक्रिया के बाद खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की रिपोर्ट में सामने आए हैं। इन आंकड़ों के आधार पर सभी जिलों के विभागीय कार्यालयों को मृत और निर्षक्रय आधार वाले सदस्यों के नाम को डिलीट करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत अब 100 प्लस और निर्षक्रय आधार वाले सदस्यों की पहचान कर उनके नाम ऑनलाइन रिकार्ड से हटाने की कार्यवाही विभाग ने शुरू कर दी है।

100 प्लस सदस्यों की संख्या बिलासपुर-जशपुर में सबसे ज्यादा
राशन कार्ड में 100 प्लस सदस्यों के नाम प्रदेश में सबसे ज्यादा बिलासपुर जिले में हैं। यहां इनकी संख्या 163 है, वहीं दूसरे नंबर पर जशपुर जिला है, जहां इनकी संख्या 119 है। इनमें कितने लोगों की मृत्यु हो चुकी है, इसका आंकड़ा विभाग के पास भी फिलहाल नहीं है। इधर विभाग से मिले निर्देश के बाद सभी जिलों में 100 प्लस वाले सदस्यों का पता लगया जा रहा है कि उनमें कितने जीवित और कितनों की मृत्यु हो चुकी है। जिनकी मृत्यु हो चुकी है, उस सदस्य के नाम को डिलीट किया जा रहा है। रायपुर जिले की बात करें, तो यहां भी 100 प्लस के 71 सदस्यों को जीवित बताकर उनमें बहुतों के कोटे का राशन उनके परिवार वाले दुकान से उठा रहे हैं।

निष्क्रिय आधार वाले सदस्यों की संख्या रायपुर-दुर्ग में सर्वाधिक
प्रदेश में निष्क्रिय आधार वाले सदस्यों की कुल 105590 संख्या है। इनमें सर्वाधिक संख्या 9356 रायपुर और 8701 दुर्ग जिले में है। नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा तथा कोरिया जिले में इनकी संख्या एक हजार से कम हैं, जबकि अन्य जिलों में एक हजार से लेकर लगभग 6 हजार के बीच है। इस तरह प्रदेश में निर्षक्रय आधार वाले सदस्यों की भी पहचान कर उनके नाम विभाग के ऑनलाइन साफ्टवेयर से डिलीट किए जा रहे हैं।

मृत्यु और निष्क्रिय आधार वाले सदस्य के नाम डिलीट किए जा रहे
रायपुर खाद्य विभाग के नियंत्रक भूपेंद्र मिश्रा ने बताया कि, वन नेशन वन योजना के तहत ई-केवाईसी के बाद 100 प्लस और निर्षक्रय आधार सदस्यों के आंकड़े सामने आए हैं। इसके तहत मृत्यु और निर्षक्रय आधार वाले सदस्यों का भौतिक सत्यापन कर उनके नाम डिलीट किए जा रहे हैं।

100 प्लस एवं निष्क्रिय आधार सदस्यों की संख्या 


100 प्लस   

निष्क्रिय आधार

रायपुर

719356

दुर्ग

528701

बस्तर

332726

बीजापुर

8769

दंतेवाड़ा

7949

कांकेर

322701

कोंडागांव

402117

नारायणपुर

4501

सुकमा 

41249

बिलासपुर

1635841

गौपेंम

261314

जांजगीर 

904949

कोरबा

664758

मुंगेली 

981418

रायगढ़

752377

बालोद 

323073

बेमेतरा

623266

कवर्धा

693774

राजनांदगांव

453953

बलौदाबाजार

904005

धमतरी

532769

गरियाबंद

311963

महासमुंद

755042

बलरामपुर 

761904

जशपुर

1195681

कोरिया

19926

सरगुजा

954530

सूरजपुर

862233

खैरागढ़-गंडई

242258

मोहला-मानपुर

201225

सक्ती

644780

सारंगढ़-बिलाईगढ़ 

502454

मनेंद्रगढ़-चिरमिरी

272028


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