आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ: लगाई गई छायाचित्र प्रदर्शनी, विधायक साहू बोले- वह देश के इतिहास में एक काला अध्याय

आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ भाजपाइयों ने संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया। पंडित ऋषि दास वैष्णव सामुदायिक भवन में बड़ी संख्या में एकत्र हुए भाजपाई।

Updated On 2025-06-26 12:48:00 IST

विधायक कार्यालय में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ 

श्यामकिशोर शर्मा- नवापारा-राजिम। शहर के पंडित ऋषि दास वैष्णव सामुदायिक भवन, विधायक कार्यालय में आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ पर छायाचित्र- प्रदर्शनी, सभा एवं मीसा बंधियों का सम्मान किया गया। इस दिन को भाजपाइयों ने संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाया।

अभनपुर विधायक इंद्र कुमार साहू ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, सन् 1975 में आपातकाल का दर्द पूरे भारत देश ने सहा है। देश के इतिहास में यह काला अध्याय है। उस समय न्यायपालिका और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूर्ण रूप से दमन किया गया। उन्होंने इसे काला दिवस बताते हुए कहा कि, उस काले दिन को हमारी भावी पीढ़ी भी जाने और समझे। देश की भावी पीढ़ी इस दिन को कभी नहीं भूल सके और इस के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपातकाल को संविधान की हत्या दिवस के रूप में घोषित किया गया। 


आपातकाल के दौर को याद कर भावुक हुए चम्पू भैया
पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू ने आपातकाल के उस दौर को याद करते भावुक होते हुए कहा कि, वह कालखंड मेरे जीवन में गहराई से जुड़ा हुआ है। उन्होंने बताया कि, उस समय तत्कालीन केंद्र सरकार के खिलाफ में बोलना या नारे लगाना मतलब सीधा जेल जाना होता था। उन्होंने उस दिन को याद करते हुए कहा कि, राजिम के बस स्टैंड में केशव सिंह ठाकुर ने जनता पार्टी जिंदाबाद कह दिया तो उसे तत्कालीन केंद्र सरकार ने गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। इस तरह के अनेक लोगों ने यातनाएं झेली हैं। अपेक्स बैंक के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज ने कहा कि, आपातकाल का दर्द पूरे देश झेला है। उन्होंने कहा कि, स्वतंत्रता का पूर्ण रूप से दमन किया गया था। प्रेस पर नियंत्रण के साथ संविधान संशोधन, जबरदस्ती नसबंदी जैसे कानून लागू कर मानवीय संवेदनाओ के साथ खिलवाड़ किया। उन्होंने बताया कि, तत्कालीन केंद्र सरकार का इतना दबाव था कि, चुनाव के समय हमारे पार्टी कार्यालय के लिए जगह तक नहीं मिल रही थी। उन्होंने बताया कि, उस समय अभनपुर स्थित अपने पुराने निवास में चुनावी कार्यालय खोला था। 


लोकतंत्र की मजबूती के लिए सदैव सजग रहें युवा : नारंग
भाजपा जिला अध्यक्ष श्याम नारंग ने कहा कि, आपातकाल भारतीय लोकतंत्र का एक काला अध्याय था जिसे कभी बुलाया नहीं जा सकता। यह दिवस हमें लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की महत्ता का पुनः स्मरण कराता है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि, वे संविधान की रक्षा और लोकतंत्र की मजबूती के लिए सदैव सजग रहें। नगर पालिका अध्यक्ष ओम कुमारी साहू ने कहा कि, आपातकाल में हमारे बड़े-बड़े नेता अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, राजनाथ सिंह जैसे राष्ट्रीय नेताओं को जेल में डाल दिया गया। वरिष्ठ भाजपा नेता अंजय शुक्ला ने कहा कि, आपातकाल में दी गई यातनाओं का बदला आम जनता ने अपने वोटों की ताकत से दिया और 1977 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया दिखा दिया। 

सम्मानित किए गए मीसा बंदी
कार्यक्रम को अशोक पांडे, योगिता सिन्हा, श्याम बैस, धीरज साहू, सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन पालिका उपाध्यक्ष भूपेंद्र सोनी एवं आभार मंडल अध्यक्ष नागेंद्र वर्मा ने जताया। कार्यक्रम के दौरान मीसा बंदियों महेंद्र चंदू जैन, बाबूलाल कंसारी, रवि भाई गांधी, संजय जैन आदि का सम्मान शाल श्रीफल भेंट कर किया गया। 


बड़ी संख्या में रही भाजपाइयों की मौजूदगी
कार्यक्रम में समोदा नगर पंचायत अध्यक्ष छोटेलाल सोनकर, भाजपा जिला ग्रामीण उपाध्यक्ष राम पंजवानी, सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष मुकेश ढीढी, किशन शर्मा, परदेशी राम साहू, अशोक गंगवाल, शोभाराम साहू, आरंग नगर पंचायत अध्यक्ष डॉ संदीप जैन, शिव शंकर बघमार, पार्षद गण रवि साहू, लोमश्वरी साहू, निर्मला धीरज साहू, जग्गू यादव, जीना बाई निषाद, तनु मिश्रा, साधना स्वराज, पूजा कंसारी, डॉ.निमाई विश्वास, परदेसीराम साहू, सिंटू जैन, राजू रजक, अशोक नागवानी, मुकुंद मेश्राम, फेकनू साहू, चेतन साहू, रवि साहू, धनमती साहू, सरोज साहू सहित बड़ी संख्या में महिला मोर्चा एवं युवा मोर्चा व सभी प्रकोष्ठों के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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