दुर्घटना में शहीद आरक्षक के परिवार को संबल: पुलिस सैलरी पैकेज के तहत नामिनी माँ को मिला 1 करोड़ रुपये का दावा भुगतान
दुर्ग जिले में सड़क दुर्घटना में शहीद हुए आरक्षक उपेन्द्र कुमार तिवारी की नामिनी माता को पुलिस सैलेरी पैकेज के तहत एसबीआई द्वारा 1 करोड़ रुपये का चेक सौंपा गया।
मुआवजा राशि प्रदान करते हुए
आनंद नारयण ओझा - दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से पुलिस सेवा में कर्तव्य निर्वहन के दौरान सड़क दुर्घटना में शहीद हुए आरक्षक उपेन्द्र कुमार तिवारी के परिवार को बड़ी आर्थिक राहत मिली है।
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) द्वारा पुलिस सैलेरी पैकेज (P.S.P.) दुर्घटना मृत्यु दावा योजना के अंतर्गत स्वर्गीय आरक्षक की नामिनी व माता चंद्रकांति तिवारी को 1 करोड़ रुपये का चेक सौंपा गया।
कार्यक्रम में रहे उपस्थित
यह चेक 20 जून 2025 को कार्यालय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दुर्ग में आयोजित कार्यक्रम में सौंपा गया। कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, दुर्ग के साथ एसबीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक रूपक मंडल (सेक्टर-1, भिलाई) और गंजपारा शाखा के प्रबंधक राहुल मोदी विशेष रूप से उपस्थित रहे।
26 दिसंबर 2024 को हुई थी मृत्यु
गौरतलब है कि, आरक्षक उपेन्द्र कुमार तिवारी की 26 दिसंबर 2024 को सड़क दुर्घटना में असामयिक मृत्यु हो गई थी। पुलिस विभाग द्वारा एसबीआई से किए गए एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ़ अंडरस्टैंडिंग) के तहत दुर्घटना में मृत्यु होने पर अधिकतम एक करोड़ रुपये तक का दावा भुगतान किया जा सकता है।
SBI द्वारा अलग-अलग मुआवजा राशि का प्रावधान
यह सहायता दिवंगत पुलिसकर्मी के परिवार के लिए आर्थिक संबल है। ड्यूटी पर तैनात सभी जवानों के प्रति राज्य की प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता का प्रतीक है। एसबीआई द्वारा पुलिस सैलेरी पैकेज के अंतर्गत दुर्घटना, स्थायी विकलांगता आदि की स्थिति में अलग-अलग मुआवजा राशि देने का प्रावधान भी किया गया है।