व्यापम परीक्षा में हाईटेक नकल पर सियासत: कांग्रेस- NSUI ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव, परीक्षा रद्द करने और CBI जांच की मांग
बिलासपुर में हाईटेक नकल मामले को लेकर एनएसयूआई- कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग की है।
पुलिस की गिरफ्त में दोनों लड़कियां
पंकज गुप्ते- बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हाईटेक नकल में खुलासा के बाद अब पूरे प्रदेश में हड़कंप सा मच गया है। सोमवार को एनएसयूआई कार्यकर्ता और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव कर परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग की है। इस मामले में दोनों युवतियों के खिलाफ धारा 112, BNS, 67 आईटी एक्ट सहित चीटिंग और षड्यंत्र का केस दर्ज कर लिया है।
प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आई है कि, दोनों युवतियां आपस में बहन हैं, जो जशपुर की रहने वाली हैं। बड़ी बहन लोयला स्कूल में टीचर है। आर्थिक तंगी के कारण छोटी बहन की नौकरी लगाने के लिए उसने ऑनलाइन शॉपिंग के जरिए नकल के लिए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मंगाए थे। 10 दिन पहले उसकी डिलीवरी हुई थी। SSP ने मामले में आगे की जांच के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर दिया है। आगे पुलिस रिमांड लेकर युवतियों से विस्तृत पूछताछ की जाएगी। SSP ने बताया कि, इस षड्यंत्र व रैकेट में जो भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
परीक्षार्थी ने अंडर इनर में छिपाए थे उपकरण- केंद्राध्यक्ष
केंद्राध्यक्ष पी मंडल के मुताबिक पीडब्ल्यूडी के द्वारा यह परीक्षा पहली बार ही आयोजित की गई। व्यापम द्वारा कई परीक्षा आयोजित होती है पर ये पहली बार है। इस भर्ती परीक्षा में सीधी भर्ती या इंटरव्यू की जानकारी नहीं है। केंद्राध्यक्ष के मुताबिक उनकी लाइफ में पहली बार ऐसी घटना है जो घटी है, लेकिन ताज्जुब की बात तो यह है कि साढ़े दस बजे से बारह बजे तक आयोजित इस परीक्षा के बीच किसी को इस हाईटेक नकल की भनक तक नहीं लगी। परीक्षार्थी ने अंडर इनर में एक माइक्रो कैमरा और एक माइक्रो ईयर पीस लगा रखा था जिसे जांच के बाद जप्त कर लिया गया है।
आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज, होगी कठोर कार्रवाई- एसएसपी
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि, इस मामले में चिटिंग, षडयंत्र की धारा लगाकर एफआईआर दर्ज की गई है, अगर इसमें कोई और भी शामिल होगा। तो उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिसिया पूछताछ में पता चला कि हाईटेक नकल करने उपयोग किए गए डिवाइस को 10 दिन पहले ही मंगाया गया है। जिसकी जांच जारी है।