स्वच्छता में मिसाल बना देऊरगांव: पीएम मोदी भी कर चुके हैं जय गोंडवाना महिला समूह की प्रशंसा

बेमेतरा जिले में जय गोंडवाना महिला स्व सहायता समूह के अनुकरणीय कार्य से घर-घर जाकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने, साफ सफाई बरतने के प्रति जागरूक कर रही हैं।

By :  Ck Shukla
Updated On 2025-07-16 16:55:00 IST

साफ़ सफाई करते हुए

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले में साजा विकासखंड के देऊरगांव की महिलाएं स्वच्छता और स्वास्थ्य जागरूकता की ऐसी अलख जगा रही हैं, जो पूरे प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश के लिए मिसाल बन गई है। देऊरगाँव की जय गोंडवाना महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं अपने गांव में घर-घर जाकर स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने, साफ सफाई बरतने और विभिन्न बीमारियों के प्रति जागरूक करने व प्रेरित करने के उद्देश्य से बहुत ही अनुकरणीय कार्य कर रही है।

साथ ही समूह की महिलाएं अपने अध्यक्ष शांति नेताम के साथ मिलकर चौक चौराहा, गोठान, मंदिर, गली, सड़क, परिसर, गली मोहल्ला, विद्यालय परिसर, और सार्वजनिक जगहों की साफ सफाई करने का अत्यंत ही सराहनीय कार्य कर रही है। जिसकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है। गोबर से कंपोस्ट खाद बनाकर विक्रय करने का भी कार्य चुकी है और इस तरह वे आत्मनिर्भर भी हो रही है। हर सप्ताह यह समूह की महिलाएं अपने अध्यक्ष शांति नेताम के नेतृत्व में एकत्रित होती है। अपने गांव के साफ सफाई के अभियान में जी जान से जुट जाती हैं।


चौक-चौराहे को साफ सुथरा रखने में इनका विशेष योगदान
गली गली, चौक चौराहे में डस्टबिन लेकर के साफ सफाई में भीड़ जाती हैं और अपने गांव की गलियों को चौक-चौराहे को साफ सुथरा रखने में उल्लेखनीय योगदान देती हैं। इसके अलावा गली-गली में और दीवारों में पोस्टर चिपका कर तथा दीवारों पर स्लोगन लिखकर लोगों को साफ सफाई और स्वच्छता के प्रति तथा बीमारियों के प्रति जागरूक भी करती हैं। जय गोंडवाना स्व सहायता समूह की अध्यक्ष शांति नेताम ने बताया कि गांव को स्वच्छ बनाने की पहल में ग्राम पंचायत देऊरगांव में स्वच्छाग्रही समूह द्वारा बाजार, प्रतीक्षालय, चौक चौराहा, धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थानों की साफ-सफाई करती है। सप्ताह में एक दिन घर घर कचरा इकट्ठा करते है। जिसमें की गीला कचरा और सूखा कचरा दोनों को अलग करते है।

स्वास्थ्य से सम्बंधित ग्रामीणों को करती हैं जागरूक
गीला कचरा का खाद बनाते है और सूखा कचरा, प्लास्टिक, डिब्बा, टिना, लोहा, पुटठा, खड्डा, जो भी बिकने वाले है। कबाड़ी समान को कबाड़ी वाले से बेंच कर अच्छा आय प्राप्त करते है। समूह की यह महिलाएं घर-घर जाकर ठंडी चीजें ना खाने, हमेशा कुनकुना पानी पीने, हाथों को बार-बार साबुन से या हैण्डवॉश से साफ करना जैसी सावधानी के बारे में ग्रामीण जनों को बताकर उन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक भी कर रही है। जय गोंडवाना महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं के इस पुनीत कार्य को हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी अपने मन की बात में मुक्त कंठ से प्रशंसा की थी और उन्होंने नाम लेकर कहा था कि देऊरगांव की महिलाएं पूरे देश के लिए आईकॉन है। समूह की इन महिलाओं से हम सब को प्रेरणा लेने की बात भी कही थी।


इस प्रशंसनीय कार्य में यह सभी हैं शामिल
आज भी यह समूह की महिलाएं अपने अध्यक्ष शांति नेताम के मार्गदर्शन में लगातार स्वच्छता अभियान चला रही हैं। इस समूह को स्वच्छता के क्षेत्र में विकासखंड स्तरीय जिला स्तरीय और राज्य स्तरीय बहुत सारे पुरस्कार प्राप्त हो चुके हैं।पिछले वर्ष 26 जनवरी के गणतंत्र दिवस के पावन पर्व पर कर्तव्य पथ पर होने वाले परेड के लिए विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। इस प्रशंसनीय कार्य में ग्राम पंचायत देऊरगांव की सरपंच धनेश्वरी जंघेल, ग्राम पंचायत की सचिव नमिता लहरी का लगातार प्रोत्साहन मिल रहा है। जय गोंडवाना स्व सहायता समूह के सदस्यों में समूह की अध्यक्ष शांति नेताम, सचिव कलिन्द्री सोरी, हिना नेताम, तिजिया सोरी, विशवासा सोरी, इन्द्राणी धुर्वे, शुकवारो सोरी, द्रोपती कुंजाम, रामहिन धुर्वे, जामिन सोरी आदि शामिल है।

Tags:    

Similar News