कुत्ते बने काल: सुबह सैर पर निकले बुजुर्ग पर दो जर्मन शेफर्ड कुत्तों ने किया हमला, जानलेवा हमले में कटा हाथ-पैर
बैकुंठपुर में दुर्गा पंडाल के पास दो जर्मन शेफर्ड कुत्तों ने एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस हमले में उनका बायां हाथ और पैर काटने तक की नौबत आ गई।
घायल बुजुर्ग
प्रवींद्र सिंह- बैकुंठपुर। छत्तीसगढ़ के बैकुंठपुर शहर में लापरवाह पालतू कुत्ते अब जानलेवा होते जा रहे हैं। हाल ही में झुमका रोड, दुर्गा पंडाल के पास दो जर्मन शेफर्ड कुत्तों ने एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस हमले में उनका बायां हाथ और पैर काटने तक की नौबत आ गई। यह घटना बीते दिवस की है, जब वे अपनी नियमित सुबह की सैर कर रहे थे। सबसे चिंताजनक पहलू यह है कि कुत्ते बिना निगरानी के घूम रहे थे और उनका पिछले एक साल से टीकाकरण भी नहीं हुआ था, जो पूरी तरह से जिम्मेदार मालिकों की लापरवाही है।
मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय में झुमका रोड दुर्गा पंडाल के पास दो जर्मन शेफर्ड कुत्तों ने जानलेवा हमला कर ओड़गीनाका निवासी विष्णुदेव सिंह को गंभीर रुप से जख्मी कर दिया। वे अपनी नियमित अलसुबह की सैर पर निकले थे। कुत्तों के अचानक किए गए इस हमले में उनका बायां हाथ (कोहनी के ऊपर) और बायां पैर (घुटने के ऊपर) काटना पड़ा। गंभीर रुप से घायल श्री सिंह का इलाज पहले जिला अस्पताल बैकुंठपुर, फिर शर्मा अस्पताल और बाद में एम्स पटना बिहार में किया गया। जहां बीते 15 जून को अम्प्युटेशन सर्जरी करनी पड़ी। वर्तमान में वे गंभीर अवस्था में एम्स पटना में भर्ती हैं। बेटी शिल्पी का कहना है कि इस हादसे में उनका परिवार पूरी तरह टूट गया है, क्योंकि पिता अब स्थायी विकलांग हो चुके हैं।
ये हैं महत्वपूर्ण दायित्व-
1. अगर कुत्ते पालते हैं तो नियमित टीकाकरण अवश्य कराएं।
2. कुत्तों को बिना निगरानी के खुला न छोड़ें, खासकर सार्वजनिक स्थानों में।
3. प्रशासन को ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने चाहिए ताकि नागरिक सुरक्षित रह सके।
4. नागरिकों से अपील है कि अगर वे कुत्तों या जानवरों से संबंधित लापरवाही देखते हैं तो प्रशासन या थाना में सूचना दें।
5. समाज में सभी का दायित्व है कि लापरवाही के चलते कोई नागरिक जान या अंग नहीं गंवाए।