संघ के सौ साल: बारिश के बीच विजयादशमी पर जगदलपुर में पथ संचलन
जगदलपुर में विजयादशमी पर्व और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गठन को 100 वर्ष पूर्ण होने को लेकर संघ का 'पथ संचलन' कार्यक्रम आयोजित किया गया।
'पथ संचलन' कार्यक्रम में शामिल हुए कई नेता
अनिल सामंत- जगदलपुर। विजयादशमी पर्व और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के गठन को 100 वर्ष पूर्ण होने को लेकर संघ का 'पथ संचलन' कार्यक्रम आयोजित किया गया। जहां भारी बारिश में भीगते स्वयं सेवकों ने पूरे अनुशासन के साथ कदमताल किया। रामनवमी के दिन हुआ पथ संचलन सिटी ग्राउंड से प्रारंभ होकर कोर्ट चौक नयापारा आहाता ग्राउंड चांदनी चौक होकर मंडी प्रांगण में संपन्न हुआ।
मंडी प्रांगण में संघ के राष्ट्रीय सहबौद्धिक प्रमुख दीपक विस्पुते मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने उपस्थित स्वयं सेवाओं को संघ के 100 वर्ष कि इस यात्रा पर अपना उद्बोधन दिया। संघ की इस यात्रा को राष्ट्र की एकता और अखंडता वह राष्ट्र के हिंदू समाज के लिए किए गए कार्यों का विस्तार से बताया। राष्ट्र के वर्तमान चुनौतियों पर भी उन्होंने अपना विचार रखा। इधर उपनगर धरमपुरा में विजयादशमी एवं पथ संचलन उत्सव बस्तर छग कुम्हरावड, धरमपुरा -1, 2, तेतरकुटी, अनुपमा बस्ती, बालाजी बस्ती का विजयादशमी उत्सव पीज़ी कालेज मैदान मे मनाया गया। शताब्दी वर्ष की इस उत्सव में बड़ी संख्या मे स्वंयसेवक मातृ शक्ति शामिल हुए।
कई नेता और समाज के लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर कार्यक्रम में नगर संघ चालक, सुबीर नंदी,छग सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष दशरथ कश्यप, एवं गणमान्य नागरिक, संघ क़े नगर, जिला, विभाग, प्रान्त स्तर क़े दायित्ववान स्वंय सेवक उपस्तिथ रहे। इस कार्यक्रम मे संघ क़े प्रेम शंकर,सह क्षेत्र प्रचारक, मध्य क्षेत्र का उदबोधन प्राप्त हुआ। पथ संचलन एवं उदबोधन क़े दौरान बरसते पानी चमकते बिजली गरजते बादल बहते पानी मे भी 10 वर्ष क़े बाल स्वंयसेवकों से लेकर 70 वर्ष क़े वरिष्ठ स्वंयसेवकों तक का उत्साह कम नही हुआ। उनके उत्साहवर्धक, प्रेरणामयी उदबोधन का श्रवण करते हुये समर्पण भाव से डटे रहे।