बच्ची को लगी मोबाइल की लत: पिता के डांटने पर 15 साल की लड़की ने पी लिया जहर, जैसे-तैसे बची जान
सूरजपुर जिले में मोबाइल की लत ने खतरनाक मोड़ ले लिया। पिता की डांट से नाराज होकर 15 वर्षीय छात्रा ने गुस्से में जहर पी लिया। समय पर इलाज से जान बच गई।
मोबाइल की लत से जान जाते-जाते बची
नौशाद अहमद - सूरजपुर। मोबाइल की लत बच्चों में इस कदर बढ़ रही है कि, वो इसके लिए किसी भी हद तक चले जाते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं कह रहा है, समय-समय पर आने वाले मामले।
आपने देखा ही होगा कि, मोबाइल के लत लग जाने से बच्चे किस तरह की हरकत करते हैं। एक ओर जहां मोबाइल ने सारे विश्व को अपने में समेटकर आपके हाथों में दे दिया है। तो एक देश के कोने में बैठकर दुसरे देश के कोने में बैठे व्यक्ति से आसानी से संपर्क मोबाइल ही करा रहा है। लेकिन किसी भी चिज की अधिकता या लत जानलेवा साबित हो सकती है।
सूरजपुर से हैरान कर देने वाला मामला
इसका जीता जागता उदाहरण सूरजपूर जिले के डूमरिया गांव से सामने आया है। दरअसल, कोतवाली थाना क्षेत्र के डुमरिया गांव की रहने वाली छात्रा जों कक्षा दसवीं में पढ़ती है और महज 15 साल की है। इस छात्रा ने ऐसा खौफनाक कदम उठाया जिसकी किसी ने भी कल्पना तक नहीं की होगी।
गुस्से में कर ली किटनाशक दवाई सेवन
इस छात्रा के पिता ने जब बिती शाम मोबाइल चलाने पर डांटा और पढ़ाई करने कहा तो इस छात्रा ने गुस्से में आकर खेतों में डालने के लिए घर पर रखे गए किटनाशक दवाई (जहर) का सेवन कर लिया। इसके बाद छात्रा की तबीयत बिगड़ी तो परिजनों ने उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां समय पर उपचार होने से उसकी जान बच गई।
जहर से तो बच गई पर मोबाइल से कैसे बचेगी
इस घटनाक्रम ने बच्चों में बढ रही मोबाइल के लत पर गहन चिंतन मनन की जरूरत को फिर उठा दिया। इसको लेकर परिजनों का कहना है कि, पढ़ाई करने और मोबाइल चलाने से मना करने पर यह कदम उठाया है। बहरहाल डाक्टरों ने बताया कि, छात्रा खतरे से बाहर है, लेकिन डाक्टरों ने भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि, किसी भी चीज की लत ठीक नहीं है।