'नियद नेल्ला नार योजना' का असर: सुकमा के पेदाबोड़केल में खुला नया सुरक्षा कैंप, कई दूरस्थ गांव जुड़े

सुकमा जिले के नक्सल प्रभावित ग्राम पेदाबोड़केल में ‘नियद नेल्ला नार’ योजना के तहत नया सुरक्षा कैंप स्थापित किया गया। इससे क्षेत्र में सुरक्षा मजबूत होगी।

Updated On 2025-12-16 17:27:00 IST

जवानों ने स्थापित किया नया सुरक्षा कैंप 

लीलाधर राठी- सुकमा। नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शांति और विकास लाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, पुलिस प्रशासन ने ग्राम "पेदाबोड़केल" में एक नवीन सुरक्षा कैंप स्थापित किया है। यह स्थापना छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना 'नियद नेल्ला नार' (आपका अच्छा गाँव, आपका अच्छा जंगल) के तहत की गई है, जिसका उद्देश्य सुदूरवर्ती ग्रामीणों को विकास और जनकल्याणकारी योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचाना है।

इस नए कैंप की स्थापना से चिंतलनार से रायगुडेम मार्ग सीधा जुड़ गया है, जिससे दोनों स्थानों के बीच की दूरी काफी कम हो गई है। सुरक्षा कैंप की मौजूदगी से क्षेत्र में सुरक्षा का वातावरण सुदृढ़ होगा, और ग्रामीणों को सड़क, पुल-पुलिया निर्माण, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, पीडीएस दुकानें, बेहतर शिक्षा और मोबाइल कनेक्टिविटी जैसी मूलभूत सुविधाओं से सीधे लाभान्वित होने का अवसर मिलेगा।

इनका रहा विशेष सहयोग
पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण के निर्देशन में और बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुन्दरराज पी. सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में यह कैंप 10 दिसंबर 2025 को स्थापित किया गया। नक्सल उन्मूलन अभियान और विकासात्मक कार्यो में तेजी लाने के लिए कमलोचन कश्यप पुलिस उप महानिरीक्षक, रेंज दंतेवाड़ा, आनंद राजपुरोहित उप महानिरीक्षक सीआरपीएफ (परि) सुकमा रेंज के मार्ग-दर्शनएवं नीरज सिंह राठौर, कमांडेंट 223 बीएन सीआरपीएफ, अमित चौधरी कमांडेंट कोबरा 201 का विशेष सहयोग रहा।

माओवादियों के विरुद्ध रणनीतिक जीत
इस कदम को माओवादियों के विरुद्ध एक बड़ी रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है। पेदाबोड़केल जैसे अति संवेदनशील माओवाद प्रभावित क्षेत्र में कैंप की स्थापना से नक्सल विरोधी अभियानों में तेजी आएगी, जिससे क्षेत्र के आम-जन के जीवन में शांति, सुरक्षा और विकास की नई दिशा मिलेगी।

नियद नेल्ला नार योजना का बड़ा असर
वर्ष 2024 से अब तक, जिला सुकमा में सुरक्षा बलों द्वारा कुल 22 नवीन कैंपों की स्थापना की जा चुकी है, जिनमें टेकलगुड़ेम, रायगुडेम, गोलाकोण्डा, और अब पेदाबोड़केल भी शामिल है। इस पहल ने नक्सल उन्मूलन में अभूतपूर्व तेजी लाई है। वर्ष 2024 से अब तक 599 नक्सलियों ने नक्सल विचारधारा को त्यागकर आत्मसमर्पण किया है। सुरक्षा बलों ने विभिन्न अभियानों में 68 माओवादियों को मार गिराने और 460 माओवादियों को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की है।

सुकमा जिले में स्थापित 22 नवीन कैंप
विदित हो कि, वर्ष 2024 से अब तक जिला सुकमा में ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना अन्तर्गत कुल 22 नवीन सुरक्षा कैम्प टेकलगुड़ेम, पुवर्ती, मुकराजकोण्डा, दुलेड़, पुलनपाड़, लखापाल, तुमालपाड़, रायगुडे़म, गोलाकोण्डा, गोमगुड़ा,  मेटागुड़ेम, उसकावाया नुलकातोंग, तुमालभट्टी, वीरागंगलेर, मैता, पालागुड़ा, गुंडाराजगुंडेम नागाराम, वंजलवाही, गोगुंडा, पेदाबोडकेल में सुरक्षा कैम्प स्थापित की गई है।

आमजनों में उत्साह
नए सुरक्षा कैंपों की लगातार स्थापना से क्षेत्र के आम-जन में उत्साह का माहौल है, जो यह दर्शाता है कि छत्तीसगढ़ शासन की यह रणनीति, विकास और सुरक्षा के बल पर, नक्सलवाद को उसकी जड़ों से खत्म करने में सफल हो रही है।

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