मंत्री केदार कश्यप ने IDTR का किया निरीक्षण: ड्राइविंग ई-ट्रैक में चालकों को कौशल परीक्षण की प्रक्रिया का पालन कराने के दिए निर्देश
मंत्री केदार कश्यप ने नवा रायपुर स्थित आईडीटीआर (इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च) तेंदुआ का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने उन्हें विस्तृत जानकारी दी।
अधिकारियों से बातचीत करते मंत्री केदार कश्यप
लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ मंत्री केदार कश्यप ने नवा रायपुर स्थित आईडीटीआर (इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च) तेंदुआ का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान परिवहन सचिव एस. प्रकाश, संयुक्त परिवहन आयुक्त यू.बी.एस. चौहान और विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मंत्री श्री कश्यप को आईडीटीआर के संचालन, प्रशिक्षण व्यवस्था, ऑटोमोबाइल लैब और वाहन सिमुलेटर के माध्यम से दिए जा रहे प्रशिक्षण की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने क्लासरूम एवं लैब प्रशिक्षण के साथ ही ड्राइविंग ई-ट्रैक में चालकों के कौशल परीक्षण की प्रक्रिया का भी अवलोकन कराया। इस दौरान मोटरसाइकिल और भारी वाहनों के माध्यम से ड्राइविंग टेस्ट का प्रदर्शन किया गया। मंत्री श्री कश्यप ने राज्य के विभिन्न जिलों से प्रशिक्षण के लिए आए वाहन चालकों से चर्चा की। चालकों ने बताया कि यहां उन्हें वाहन संचालन के साथ-साथ बुनियादी तकनीकी ज्ञान, ड्राइविंग कौशल में सुधार और मोटरयान अधिनियम एवं नियमों की महत्वपूर्ण जानकारी दी जा रही है।
फ्रेशर वाहन चालकों को ट्रेनिंग देने के निर्देश
मंत्री ने परिवहन अधिकारियों को निर्देशित किया कि रायपुर और आसपास के जिलों के अधिक से अधिक वाहन चालकों को प्रशिक्षण और रिफ्रेशर कोर्स के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने कहा कि मोटरयान अधिनियम के उल्लंघन के कारण जिन चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं, उन्हें अनिवार्य रूप से आईडीटीआर में प्रशिक्षण दिलाया जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। इसके साथ ही श्री कश्यप ने स्कूल बस चालकों के नियमित प्रशिक्षण और रिफ्रेशर कोर्स को अनिवार्य रूप से निरंतर संचालित करने के निर्देश दिए।
ड्राइविंग परीक्षण आईडीटीआर के माध्यम से कराने के दिए निर्देश
मंत्री श्री कश्यप ने आगे कहा कि राज्य शासन के विभिन्न विभागों में ड्राइवर भर्ती प्रक्रिया के दौरान ड्राइविंग परीक्षण आईडीटीआर के माध्यम से कराए जाएं। ताकि, उपलब्ध अत्याधुनिक सुविधाओं का उपयोग करते हुए कुशल वाहन चालकों का चयन सुनिश्चित किया जा सके।