उप जेल में फैली अव्यवस्था: 50 बंदियों की जगह 200 से अधिक कैदी, सुरक्षा व्यवस्था भी कॉलेज की दीवार पर टिकी
सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले के उप जेल में अव्यवस्था के साथ सुरक्षा की भी स्थिति ख़राब है। यहां पर 50 बंदियों की क्षमता वाले जेल में 200 से अधिक बंदियों को रखा गया है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ उप जेल
देवराज दीपक- सारंगढ़/ बिलाईगढ़। छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के उप जेल से अव्यवस्था का मामला सामने आया है। जहां की स्थिति देखकर लगता है मानो शासन- प्रशासन ने इसे भगवान के भरोसे छोड़ दिया है। करीब 2010-11 में 50 बंदियों की क्षमता के साथ इस जेल का निर्माण हुआ था, लेकिन यहां 200 से अधिक बंदी किसी तरह ठुंसे हुए हैं।
यहां के बंदियों को सोने के लिए महज डेढ़ से दो फीट जगह मिलती है। करवट बदलना भी कठिन है। कई बंदी तो सालों तक ऐसी तंगी और गंदगी में रहकर बीमारियों की गिरफ्त में आ चुके हैं। जेल के भीतर मानवीय संवेदनाओं का दम घुट चुका है। और जिला बन गया पर महिला बंदियों को रखने का व्यवस्था नहीं हो पाया है। यहां केवल एक ट्यूबवेल है, जो हर गर्मी के चार से पांच महीने बंद हो जाता है।
कॉलेज की दीवार पर टिकी है सुरक्षा
मजबूरी में नगर पालिका सारंगढ़ के टैंकर मंगाने पड़ते हैं। जेल शब्द का मतलब ही है सुरक्षा और चौकसी लेकिन सारंगढ़ उपजेल की सुरक्षा की हकीकत चौंकाने वाली है। यहां खुद की बाउंड्रीवॉल तक नहीं है। पूरी सुरक्षा शासकीय महाविद्यालय की चार दीवारी पर टिकी हुई है। अगर कॉलेज की दीवार टूटे या उसमें सेंध लगे तो जेल की सुरक्षा भी ध्वस्त हो जाएगी।