पीएम फसल बीमा के नाम पर फर्जीवाड़ा: फर्जी दस्तावेजों के जरिए किसानों से 23 लाख रुपये हड़पे, दो आरोपी गिरफ्तार

राजनांदगांव जिले में थाना छुरिया पुलिस ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

Updated On 2025-12-14 16:20:00 IST

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी 

अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में थाना छुरिया पुलिस ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी दूसरों की जमीन पर लगी केले की फसल को चना फसल दिखाकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए बीमा क्लेम कराकर 23 लाख रुपये से अधिक की राशि हड़प चुके थे। दोनों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमित वर्मा (30 वर्ष), निवासी मासूल, थाना घुमका के रूप में हुई है, जो भारतीय कृषि बीमा कंपनी में ब्लॉक कोऑर्डिनेटर थे। दूसरे आरोपी परमेश्वर साहू (39 वर्ष), निवासी खूंटा छुरिया हैं, जो स्थानीय कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) चलाते हैं। पुलिस पूछताछ में दोनों ने मिलीभगत से फर्जीवाड़ा करना कबूल कर लिया है। 

पूर्व विधायक ने दर्ज करवायी थी शिकायत
मामला उस समय सामने आया जब खुज्जी विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक छन्नी साहू ने सितंबर 2025 में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि ग्राम आमगांव में रैलिस बायो एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के पार्टनर्स जय बग्गा, वैभव गोलछा और सुदर्शन वर्मा की लगभग 50 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर एक साल से अधिक समय से केले की फसल लगी हुई है। इसके बावजूद वर्ष 2024-25 में इस जमीन को चना फसल दिखाकर बीमा कराया गया। बिना वास्तविक फसल बोए और बिना कटाई-पंचनामा कराए, फर्जी दावे के आधार पर 25 लाख रुपये से अधिक का क्लेम पास करा लिया गया। 


जांच समिति ने पाया दोषी
शिकायत पर जिला कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार छुरिया विजय कोठारी की अध्यक्षता में गठित पांच सदस्यीय जांच टीम ने गहन पड़ताल की। जांच में साफ हुआ कि अमित वर्मा और परमेश्वर साहू ने आपसी सांठगांठ से जाली दस्तावेज तैयार किए और ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड कर बीमा राशि हासिल की। कुल 23 लाख 28 हजार 944 रुपये की राशि परमेश्वर साहू, उनकी पत्नी गंगेश्वरी साहू और रुक्मणी कंवर के बैंक खातों में ट्रांसफर कराई गई। जांच रिपोर्ट के बाद कृषि विभाग ने कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रभारी वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी गौकरण प्रसाद सहाड़े ने दस्तावेजों सहित रिपोर्ट सौंपी, जिसके आधार पर 12 दिसंबर को मामला दर्ज किया गया। छुरिया पुलिस टीम ने 13 दिसंबर को आरोपियों को ट्रेस कर हिरासत में लिया।

Tags:    

Similar News