गढ़चिरौली में अवैध शराब तस्करी पर बड़ा प्रहार: पुलिस ने रेड मारकर स्कॉर्पियो से 58 लाख रुपये की 730 पेटी शराब किया जब्त

गढ़चिरौली में पुलिस ने छापेमारी कर 730 पेटी अवैध देशी शराब और एक महिंद्रा स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक MH 34 CD 8410) जब्त किया।

Updated On 2025-10-01 19:21:00 IST

जब्त शराब के साथ आरोपी 

अक्षय साहू- राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले से लगे गढ़चिरौली जिले में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब तस्करी की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में राजनांदगांव में '102 महतारी एक्सप्रेस एम्बुलेंस' में महाराष्ट्र निर्मित देशी शराब की तस्करी के खुलासे ने प्रशासन को हिलाकर रख दिया था। इस घटना के बाद गढ़चिरौली पुलिस ने चेकिंग और निगरानी को अभूतपूर्व रूप से तेज कर दिया। इसी कड़ी में मंगलवार को स्थानीय अपराध शाखा ने अहेरी तालुका के मौजा मद्दीगुडम में छापेमारी कर 730 पेटी अवैध देशी शराब और एक महिंद्रा स्कॉर्पियो वाहन (क्रमांक MH 34 CD 8410) जब्त किया। जब्त सामग्री की कुल कीमत 73,40,000 रुपये आंकी गई, जिसमें शराब की कीमत 58,40,000 रुपये और वाहन की कीमत 15,00,000 रुपये है।

पुलिस को गोपनीय सूचना मिली थी कि मद्दीगुडम में अवैध शराब का भंडारण किया गया है। इसके आधार पर, स्थानीय अपराध शाखा ने दो पंचों की मौजूदगी में छापा मारा, जहां स्कॉर्पियो वाहन में भारी मात्रा में महाराष्ट्र निर्मित देशी शराब बरामद हुई। इस दौरान मिथुन विश्वास मडावी (35 वर्ष, निवासी अलापल्ली, अहेरी) को हिरासत में लिया गया, जबकि तीन अन्य आरोपी मौके से फरार हो गए। पुलिस ने अहेरी थाने में मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। जांच का जिम्मा पुलिस उपनिरीक्षक देवेंद्र पटले को सौंपा गया है। 

शराब तस्करी करने वालों को नहीं जाएगा बख्शा- एसपी
पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने कहा कि, महतारी एक्सप्रेस घोटाले के बाद हमने निगरानी को और सख्त किया है। शराब तस्करी करने वालों को कतई बख्शा नहीं जाएगा।

महतारी एक्सप्रेस का चालक सस्पेंड
महतारी एक्सप्रेस घोटाले में चालक राहुल साहू ने एम्बुलेंस में 16 पेटी अवैध शराब की तस्करी की थी, जिसके बाद उसे बर्खास्त कर जेल भेजा गया। इस घटना ने गढ़चिरौली पुलिस को और सतर्क कर दिया। महतारी एक्सप्रेस जैसी जीवनरक्षक सेवाओं का दुरुपयोग और माओवाद प्रभावित गढ़चिरौली में शराब तस्करी ने प्रशासन के सामने गंभीर चुनौती पेश की है। पुलिस ने अब जीपीएस ट्रैकिंग, नियमित वाहन जांच और खुफिया नेटवर्क को मजबूत करने का निर्णय लिया है।

Tags:    

Similar News