सीआरएमसी भुगतान न होने से बस्तर में हाहाकार: ओपीडी और अन्य सेवाएं बंद होने से मरीज बेहाल, तत्काल भुगतान की मांग

बस्तर में डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों, RMA एवं ANM ने एकजुट होकर सरकार की उपेक्षा के खिलाफ नारेबाज़ी की और लंबित CRMC राशि के तत्काल भुगतान की मांग की।

Updated On 2025-12-15 14:07:00 IST

अस्पताल के बाहर खड़े स्वास्थ्यकर्मी  

नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर में CRMC (नक्सल क्षेत्र प्रोत्साहन राशि) के 12 माह से लंबित भुगतान को लेकर सोमवार को सभी जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं। जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC), प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) से लेकर सब-हेल्थ सेंटर (SHC) तक सभी OPD सेवाएं पूरी तरह बंद रहीं।

नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोंडागांव और बस्तर (जगदलपुर) सहित पूरे संभाग में एक जैसी स्थिति देखने को मिली। इस दौरान डॉक्टरों, स्टाफ नर्सों, RMA एवं ANM ने एकजुट होकर सरकार की उपेक्षा के खिलाफ नारेबाज़ी की और लंबित CRMC राशि के तत्काल भुगतान की मांग की। OPD बंद रहने से दूर-दराज़ क्षेत्रों से आए मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। 


आश्वासन के बावजूद भी सरकार ने नहीं की मांगे पूरी
डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें जनता के प्रति पूरी संवेदना है, इसी कारण उन्होंने लगातार 12 महीनों तक धैर्य रखा, लेकिन बार-बार आश्वासन के बावजूद सरकार की उदासीनता ने उन्हें यह कठोर कदम उठाने पर मजबूर किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से मांग की कि चल रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र में स्वास्थ्य मंत्री द्वारा तत्काल घोषणा कर भुगतान आदेश जारी किया जाए, ताकि जनहित में सेवाएं पुनः शुरू की जा सकें। 


मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
स्वास्थ्यकर्मियों ने चेतावनी भी दी कि फिलहाल किसी प्रकार की जीवन-रक्षक सेवाओं में बाधा नहीं आई है। लेकिन यदि सरकार ने अब भी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे आंदोलन को और तेज करने, आपातकालीन सेवाओं, MLC एवं पोस्टमार्टम कार्यों पर भी निर्णय लेने को बाध्य होंगे। डॉक्टरों ने दोहराया कि उनका उद्देश्य जनता को परेशान करना नहीं है, बल्कि अपने वैधानिक अधिकार की प्राप्ति है। उन्होंने कहा कि राशि का भुगतान होते ही वे तुरंत जनकल्याण के लिए अपनी सेवाएं पुनः प्रारंभ करेंगे।

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