SECL की गेवरा खदान में बवाल: सीआईएसएफ ने प्रदर्शनकारी विस्थापितों की कर दी पिटाई
SECL गेवरा माइंस में विस्थापितों ने आरोप लगाया है कि, अधिकारियों से बातचीत करने गए लोगों पर सीआईएसएफ ने लाठीचार्ज कर दिया।
SECL गेवरा माइंस में लाठीचार्ज
उमेश यादव- कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड गेवरा माइंस के लिए अर्जित की जा रही लोगों की जमीन के मामले में लगातार झंझट सामने आ रही है। विस्थापितों की मांग है कि, हर खाते पर एक रोजगार उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ ही कई और भी मांगों को लेकर अधिकारियों से बातचीत चल रही थी तभी सीआईएसएफ ने कुछ लोगों को जमकर पीट दिया। तस्वीर उजागर होने के बाद भी कंपनी के जनसंपर्क विभाग के अधिकारी का कहना है कि सीआईएसएफ ने लोगों को खदान क्षेत्र में जाने से रोका।
मारपीट की जो यह तस्वीर आप देख रहे हैं वह दूसरे देश की नहीं है। इनका संबंध छत्तीसगढ़ के औद्योगिक जिले कोरबा के अंतर्गत साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड गेवरा क्षेत्र की कोल माइंस का ही है। एसईसीएल की मेगा माइंस गेवरा का विस्तार चल रहा है और इसके लिए आसपास के कई गांव की जमीन अर्जित की जा रही है चाहे तरीके कोई भी क्यों ना हो। खबर के अनुसार नारीबोध और भटूरा गांव की जमीन अर्जित किए जाने के चक्कर में आए दिन तमाशा हो रहे हैं। कुछ दिन पहले एसईसीएल के अधिकारियों के आदेश पर कर्मियों ने आने जाने का रास्ता काट दिया जिससे लोग नाराज हो गए। लोगों ने अपनी कई मांगों को लेकर खदान बंद करने का ऐलान किया था।
सीआईएसएफ अधिकारी के कहने पर ग्रामीणों ने किया लाठीचार्ज
इसी दौरान अधिकारियों के साथ बातचीत चल रही थी तभी सीआईएसएफ के एक अधिकारी के कहने पर जवानों ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया। काफी बार-बार तरीके से इन लोगों के साथ मारपीट की गई। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि किस तरह घेराबंदी करने के साथ लोगों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया।
विस्थापित संगठन ने की रोजगार देने की मांग
वहीं विस्थापित संगठन से जुड़े एक प्रतिनिधि ने बताया कि हाई कोर्ट की डबल बेंच ने प्रत्येक खाते में एक रोजगार देने की बात कही है। हमारा कहना है कि जब हमारे पूर्वजों की जमीन पर आप खदान खोल रहे हैं और अधिकारी बन रहे हैं तो रोजगार देने में आपको समस्या क्या है? वह विस्थापित संगठन के एक और प्रतिनिधि ने इस घटना की निंदा की। उनका कहना है कि, मारपीट करने वाले सभी वर्दीधारी के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए।
जनसंपर्क अधिकारी ने दी सफाई
दूसरी और इस मामले में साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. सनीश चंद्र ने बताया कि खदान क्षेत्र में कई प्रकार की जोखिम रहती है। इसलिए बिना सुरक्षा के कोई भी अपात्र व्यक्ति नहीं जा सकता। कुछ लोग खदान क्षेत्र में प्रवेश कर रहे थे। इसलिए सीआईएसएफ के द्वारा उन्हें रोका गया है।