कोरबा में 26 हाथियों का आतंक: झुंड ने तबाह की सैकड़ों एकड़ फसल, वन विभाग अलर्ट
कोरबा जिले में 26 हाथियों के झुंड ने किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल तबाह कर दिया है। कटघोरा वन मंडल में हाथियों की बढ़ती गतिविधियों से ग्रामीणों में दहशत फ़ैल गया है।
सड़क पार करता हुआ हाथियों का झुंड
उमेश यादव- कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में हाथियों के झुंड ने जमकर आतंक मचाया है। हाथियों के झुंड ने 100 से अधिक किसानों के कई एकड़ खेत के फसलों को बर्बाद कर दिया। यह पूरी घटना कटघोरा वन मंडल की केदई वन परिक्षेत्र की है।
जानकारी के मुताबिक, 26 हाथियों के झुंड जंगल से गांव के करीब पहुंचा है। खेत मे फसल को नुकसान पहुंचाने के बाद सड़क पार करते हुए नजर आए हैं। जिसका वीडियो भी सामने आया है। केदई वन परिक्षेत्र के लालपुर के जंगल मे हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है।
52 हाथी का दल मौजूद उसमें 26 अलग विचरण कर रहा
बताया जा रहा है कि, कटघोरा वन मंडल में 52 हाथी का दल मौजूद है। जिसमें केदई वन क्षेत्र में 26 हाथी का दल अलग विचरण कर रहा है। केंदई रेंज के लाद, कोरबी, लालपुर, घुचापुर समेत अन्य गांवों की किसानों के सैकड़ो एकड़ फसल को नुकसान पहुंचाया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
वन विभाग टीम अलर्ट
इस मामले की सूचना मिलते ही वन विभाग टीम मौके पर पहुंची, और हाथियों पर नजर रखी हुई है। जहां ग्रामीणों को भी उनके करीब जाने से रोका जा रहा है।वन विभाग की टीम नुकसान हुए किसानों के खेतों का आकलन कर रहा है।
गजराज के हमले में एक ग्रामीण की हुई मौत
वहीं 20 अगस्त को सूरजपुर जिले से भी एक खबर सामने आई थी, जहां हाथियों का दल लगातार विचरण कर रहे थे। हाथियों के दल से बिछड़कर एक हाथी गांव में पहुंच गया, जहां एक ग्रामीण को कुचला दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मामला बारगीडीह गांव का है। जानकारी के अनुसार, ग्रामीण रात को अपने घर के बाहर खेत में पहरेदारी के लिए सो रहा था। यह घटना घुई वन परिक्षेत्र के बारगीडीह गांव की बताई जा रही है। मौके पर ही वन अमला की टीम भी घटना स्थल पर पहुंच गई। वन अमला की टीम ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के लिए कहा।
तीन सालों में 220 लोगों की मौत
पुलिस को पहले ही जानकारी मिल चुकी थी कि, 35 हाथियों के झुंड से एक हाथी दूसरी ओर मुड़ गया है। लेकिन इससे पहले कि विभाग अधिकारी इस बात की जानकारी गांव वालों को देते हाथी ने उस महिला को अपना शिकारी बना लिया था। राज्य के उत्तरी भाग, मुख्य रूप से सरगुजा, रायगढ़, कोरबा, सूरजपुर और बलरामपुर जिलों में हाथी और स्थानीय लोगों के बीच का संघर्ष पिछले एक दशक से चिंता का एक प्रमुख कारण रहा है। वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, पिछले तीन सालों में राज्य में हाथियों के हमले में कुल 220 लोगों की मौत हो चुकी है।