बेटा घर लौट आओ: डिप्टी सीएम शर्मा के सामने कुख्यात नक्सली हिड़मा और देवा की माताओं ने की मार्मिक अपील

नक्सली लीडर हिड़मा और बरसेदेवा की माताओं ने वीडियो जारी कर दोनों से वापस आने की अपील की। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने भी मुख्यधारा में आने की अपील की है।

Updated On 2025-11-11 14:11:00 IST

नक्सली लीडर हिड़मा और बरसेदेवा की माँ

गणेश मिश्रा- बीजापुर। छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलियों को वापिस लाने के लिए मानवीय स्तर पर भी प्रयास कर रही है। सोमवार को डिप्टी सीएम विजय शर्मा नक्सली लीडर हिड़मा और बरसेदेवा के गांव पहुंचे। जहां उन्होंने दोनों की माताओं से मुलाकात करने के बाद सरेंडर करने की अपील की। जिसके बाद दोनों माताओं ने वीडियो जारी कर हिड़मा और बारसेदेवा से की वापस आने की अपील की। जिसका वीडियो उन्होंने अपने सोशल मिडिया हैंडल पर भी शेयर किया है।

इस मामले को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, मैंने हिड़मा, बारसेदेवा की मां से मिलकर पुनर्वास के लिए अपील की। कोई अनहोनी हों उससे पहले दोनों लौट आएं मैं अपील करता हूं। सरकार उनका ध्यान रखेगी, बेहतर पुनर्वास किया जाएगा। अब कोई बंदूक लेकर लोगों को मारे यह किसी भी तरीके से नहीं सहा जा सकता है। 

सोमवार को डिप्टी सीएम ने दोनों की माताओं से की मुलाकात
उल्लेखनीय है कि, डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान बीजापुर पहुंचे। पूर्वर्ती गांव में उन्होंने नक्सल लीडर हिड़मा की माता माड़वी पुंजी तथा बारसे देवा की माता बारसे सिंगे से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि यदि वे पुनर्वास करते हैं तो सरकार उनका पूरा ध्यान रखेगी। 

नक्सल लीडर की माताओं ने भी वीडियो जारी कर अपने बेटों को पुनर्वास करने को कहा। उपमुख्यमंत्री ने नक्सल लीडर के परिवारों के साथ भोजन भी किया। उन्होंने सभी से संवाद करते हुए क्षेत्र में विकास की आवश्यकता पर चर्चा की। 

बस्तर को चैन, शांति और सुरक्षा पर अग्रसर करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी
इस बैठक में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बस्तर को अमन, चैन, शांति और सुरक्षा के साथ विकास के पथ पर अग्रसर करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। राज्य सरकार हर हाल में बस्तर को हिंसा मुक्त करने के लिए संकल्पित है। बस्तर में शांति, सुरक्षा और विकास सरकार की प्राथमिकता है। 

उन्होंने कहा कि वर्षों से बस्तर संभाग के आदिवासी अंचल विकास से वंचित रहे हैं लेकिन अब समय आ गया है कि सभी मिलकर बस्तर को शांति और प्रगति के मार्ग पर ले जाएँ। श्री शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री एवं केन्द्रीय गृहमंत्री ने सशस्त्र नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए समयसीमा तय की है। इसी दिशा में शासन की ‘पुनर्वास नीति 2025’ के अंतर्गत बड़ी संख्या में माओवादी संगठन छोड़कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।

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