जनता दल (यू ) प्रत्याशी विद्यासागर सिंह निषाद की बायोग्राफी: एक क्लिक में जानिए उम्र शिक्षा परिवार संपत्ति और राजनीतिक सफर
मोरवा विधानसभा सीट से जनता दल (यू ) प्रत्याशी विद्यासागर सिंह निषाद की उम्र, शिक्षा, परिवार, जाति, संपत्ति और राजनीतिक करियर की पूरी जानकारी। बिहार चुनाव 2025 के उम्मीदवार की जीवनी पढ़ें।
विद्यासागर सिंह निषाद अपनी जाति के वोटों को भी प्रभावी ढंग से संगठित करते हैं।
जीवन परिचय ( विद्यासागर सिंह निषाद ): बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का बिगुल बज चुका है, और राज्य का राजनीतिक तापमान चरम पर है। इस वक्त प्रथम चरण के मतदान चल रहे हैं, जहां कई प्रमुख सीटों पर उम्मीदवारों का भविष्य EVM में कैद हो रहा है। हालांकि , पहले चरण मतदान में, छिटपुट हिंसा और विपक्षी दलों द्वारा EVM की विश्वसनीयता पर उठाए गए विवादों के कारण चर्चा में है।
इन आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच, हर राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की पृष्ठभूमि और ज़मीनी पकड़ पर निर्भर है। इन्हीं हाई-स्टेक चुनावों में, जनता दल (यूनाइटेड) के विद्यासागर सिंह निषाद एक महत्वपूर्ण चेहरा हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
विद्यासागर सिंह निषाद के पिता का नाम राम चंद्र सिंह निषाद है। वह जनता दल (यूनाइटेड) से जुड़े हुए हैं और उनकी आयु 2020 के हलफनामे के अनुसार 52 वर्ष थी। राजनीति में आने से पहले, उनका पेशा पेंशन, कृषि और व्यवसाय था।
उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने क्षेत्र से पूरी की। उनकी उच्चतम शिक्षा मैट्रिक (10th Pass) है, जिसे उन्होंने वर्ष 1984 में बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड, पटना से संबद्ध हाई स्कूल, सूर्यपुर तिसवारा से प्राप्त किया था।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
विद्यासागर सिंह निषाद एक साधारण, ग्रामीण और कृषक पृष्ठभूमि से आते हैं। वह स्वयं किसान और व्यवसायी के रूप में सक्रिय रहे हैं, जो उनकी राजनीतिक समझ को ज़मीनी स्तर से जोड़ता है।
संपत्ति का विवरण
चुनाव आयोग के हलफनामे के अनुसार, जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार विद्यासागर सिंह निषाद की कुल संपत्ति 2 करोड़ 31 लाख से अधिक है। उनकी कुल चल संपत्ति 1,27,57,514 (लगभग 1 करोड़ 27 लाख) है, जिसमें स्वयं और आश्रितों की नकदी व बैंक जमा शामिल हैं।
उनकी कुल अचल संपत्ति का मूल्य 1,03,80,666 (लगभग 1 करोड़ 3 लाख) घोषित किया गया है। इसके विपरीत, उन्होंने अपनी कुल देनदारियां 1,50,000 (लगभग 1.5 लाख) घोषित की हैं। उनके खिलाफ 2025 के हलफनामे में कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है।
राजनीतिक कैरियर और पृष्ठभूमि
विद्यासागर सिंह निषाद का राजनीतिक कैरियर मुख्य रूप से जनता दल (यूनाइटेड) के साथ जुड़ा रहा है। उन्होंने 2015 बिहार विधानसभा चुनाव में मोरवा सीट से शानदार जीत दर्ज की थी, जहा वह विधायक बने थे। हालांकि, 2020 के चुनाव में उन्हें राष्ट्रीय जनता दल के रणविजय साहू से हार का सामना करना पड़ा था। राजद के रणविजय साहू इनके सामने इस बार प्रत्याशी हैं जो वर्तमान विधायक भी हैं।
मोरवा विधानसभा का जाति और राजनीतिक समीकरण
मोरवा सीट समस्तीपुर जिले में स्थित है और यह एक कांटे की टक्कर वाली सीट रही है। इस क्षेत्र में यादव और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या निर्णायक भूमिका निभाती है, जबकि राजपूत और ब्राह्मण जैसे सवर्ण मतदाता भी महत्वपूर्ण हैं। निषाद समुदाय से आने के कारण, विद्यासागर सिंह निषाद अपनी जाति के वोटों को भी प्रभावी ढंग से संगठित करते हैं। इस सीट का समीकरण JD(U) और महागठबंधन के बीच लगातार बदलता रहा है।