Smart Replay System: क्या है स्मार्ट रीप्ले सिस्टम? पहली बार महिला टी20 वर्ल्ड कप में होगा इस्तेमाल, DRS से कितना अलग

Women's T20 World Cup 2024 Smart Replay System: महिला टी20 विश्व कप 2024 में पहली बार स्मार्ट रीप्ले सिस्टम का इस्तेमाल होगा। 28 कैमरों की मदद से कैसे ये सिस्टम काम करेगा और DRS से कैसे अलग है। आइए जानते हैं।

Updated On 2024-10-03 15:58:00 IST
Women's T20 World Cup 2024 Smart Replay System

Women's T20 World Cup 2024 Smart Replay System: महिला टी20 वर्ल्ड कप का यूएई में गुरुवार से आगाज हो गया। पहला मुकाबला बांग्लादेश और स्कॉटलैंड के बीच खेला जा रहा। ये महिला टी20 विश्व कप का 9वां संस्सकरण  है। इस बार का टी20 विश्व कप खास है। पहली बार टूर्नामेंट में स्मार्ट रिप्ले सिस्टम (Smart Replay System) का इस्तेमाल होगा। ये सिस्टम क्या है और कैसे ये डीआरएस से अलग होता है और इसकी क्या खूबियां हैं, आइए जानते हैं। 

बता दें कि ये पहला मौका है जब आईसीसी के किसी इवेंट में स्मार्ट रीप्ले सिस्टम का इस्तेमाल होगा। इससे पहले, आईपीएल 2024 और इंग्लैंड के द हंड्रेड टूर्नामेंट में भी इसका इस्तेमाल किया गया था। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में ये पहली बार इस्तेमाल में आएगा। 

आईसीसी ने प्रेस रिलीज में कहा, "हर मैच में कम से कम 28 कैमरे होंगे, जिसकी मदद से हर मुकाबले को अच्छे तरीके से देखा जाएगा। DRS की भी व्यवस्था होगी, जिसमें हॉक-आई स्मार्ट रीप्ले सिस्टम शामिल होगा, जिससे टीवी अंपायर्स को जल्दी और सटीक डिसीजन देने में आसानी होगी।"

स्मार्ट रीप्ले सिस्टम क्या है और डीआरएस से कैसे अलग?
इस सिस्टम का मकसद DRS के ज़रिए आने वाले फ़ैसलों की गति को बढ़ाना है। आम तौर पर टीवी ब्रॉडकास्ट डायरेक्टर हॉक-आई ऑपरेटर और तीसरे अंपायर के बीच एक माध्यम के रूप में काम करते हैं। स्मार्ट रीप्ले सिस्टम के साथ ऑपरेटर तीसरे अंपायर के साथ एक ही कमरे में होंगे, जिससे दोनों पक्षों के बीच आसानी से बातचीत होगी और फैसले लेने में आसानी होगी।

स्मार्ट रीप्ले सिस्टम की मदद से अंपायर को फैसले लेने में तेजी के अलावा, पहले के मुकाबले हर एंगल से ज्यादा विजुअल देखने को मिलते हैं, जिसमें स्प्लिट-स्क्रीन इमेज भी शामिल हैं। अगर अंपायर को बल्ले और गेंद के बीच साफ़ अंतर दिखाई देता है, तो वे अल्ट्रा-एज की जांच नहीं करेंगे और सीधे डिस्मिसल का मुख्य हिस्सा ही देखेंगे।

स्टंपिंग के लिए स्मार्ट रीप्ले सिस्टम अंपायर को ट्राई-विजन दिखाएगी। इसका मतलब एक ही फ्रेम में साइड-ऑन कैमरों के साथ-साथ फ्रंट-ऑन कैमरों के फुटेज देख सकेंगे। हॉक-आई कैमरे करीब 300 फ्रेम प्रति सेकेंड की रफ्तार से विजुअल रिकॉर्ड करते हैं। इससे अंपायर के लिए फैसला लेना और आसान होगा। 

महिला टी20 विश्व कप में भारत शुक्रवार को दुबई में शाम 7.30 बजे न्यूजीलैंड से भिड़ेगा। इसके ठीक बाद 2016 की चैंपियन वेस्टइंडीज उसी वेन्यू पर दक्षिण अफ्रीका से खेलेगी। ऑस्ट्रेलिया पिछले तीन टूर्नामेंट लगातार जीत चुका है और डिफेंडिंग चैंपियन है। 

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