Eid-ul-Adha 2025: देशभर में ईद-उल-अजहा की धूम, मस्जिदों में हुई बकरीद नमाज; पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
देशभर में आज बकरीद मनाई जा रही है। मस्जिदों में नमाज अदा की गई, पुलिस ने यूपी में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। पीएम मोदी ने देशवासियों को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं दीं।
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Eid-ul-Adha 2025 Celebrations : भारत में आज ईद-उल-अजहा (बकरीद) का पर्व परंपरा और हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल से लेकर केरल-तमिलनाडु तक मस्जिदों और ईदगाहों में लाखों लोगों ने नमाज अदा की। साथ ही गले मिलकर एक दूसरे को मुबारक बाद कहा।
कुर्बानी के पर्व बकरीद में प्रशासन की ओर से विशेष इंतजाम किए गए हैं। यूपी, बिहार, दिल्ली और बंगाल सहित राज्यों में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। मस्जिदों और ईदगाहों के आसपास ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को बकरीद की बधाई दी। कहा, यह पर्व त्याग, सेवा और समर्पण का प्रतीक है।
उत्तर प्रदेश के वाराणसी जामा मस्जिद में हजारों लोगों ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की। साथ ही देश की खुशहाली के लिए दुआ करते हुए एक-दूसरे के गले लगाया।
जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला और नेशनल कॉन्फ्रेंस प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर हजरतबल दरगाह में नमाज अदा की। कहा, उम्मीद है कि यह पर्व दुनियाभर के मुसलमानों के लिए बेहतर दिन लेकर आएगी। शांति और भाईचारा मजबूत होगा। बकरीद पर श्रीनगर की प्रतिष्ठित जामा मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति न मिलने पर चिंता व्यक्ति की। कहा, मुझे इन फैसलों का आधार नहीं पता, लेकिन हमें अपने लोगों पर भरोसा करना होगा। पहलगाम हमले के खिलाफ यही लोग सड़क पर विरोध करने उतरे थे। सरकार को ऐतिहासिक जामा मस्जिद में नमाज की अनुमति देने के बारे में सोचना चाहिए।
जम्मू एवं कश्मीर के श्रीनगर में पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती और उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने ईद उल अजहा पर नमाज अदा की। महबूबा ने फिलिस्तीन के लोगों की भलाई के लिए प्रार्थना की। कहा, कितना दुर्भाग्य पूर्ण है कि सरकार ने इस पवित्र दिन पर भी जामा मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति नहीं दी। मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद करने का विरोध किया। कहा, इस मुद्दे पर राज्य सरकार की चुप्पी ठीक नहीं है।
जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में भारतीय सेना की बलनोई बटालियन ने ईद-उल-अजहा समारोह का आयोजन किया। पुंछ के बलनोई मेंढर सेक्टर में नागरिकों के साथ जश्न मनाया गया।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया। फुलबारी स्थित भारत-बांग्लादेश सीमा पर उन्होंने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में ईद-उल-अजहा गंगा जामुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिली। यहां बड़ी संख्या में लोगों ने नमाज अदा की। सिख समुदाय के लोगों ने नमाज के बाद जूस, पानी और ड्राई फ्रूट्स वितरित कर नमाजियों को मुकारकबाद कहा।
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने बकरीद की बधाई दी। कहा, खान सर कहते हैं कि हर त्यौहार प्यार से मनाना चाहिए। यह बहुत अच्छा संदेश है। गरीब छात्रों के दिलों से उनके लिए बहुत सारी दुआएं निकल रही होंगी जो फीस नहीं दे सकते... मेरी तरफ से उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद और शुभकामनाएं।
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में ईद-उल-अजहा का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने ईद-उल-अजहा की बधाई दी। कहा, सभी ने शांतिपूर्वक नमाज अदा की और शांति और समृद्धि की प्रार्थना की। यह हमारे जम्मू-कश्मीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
बिहार के सुपौल में बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने ईद-उल-अजहा के मौके पर नमाज अदा की।
रुड़की ईदगाह में बड़ी संख्या में नमाजियों ने ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की। अरबी रहमानिया मदरसे के मुफ्ती सलीम ने कहा, आज के दिन हमें अपने देश के सभी लोगों से भाईचारे के साथ रहने का संकल्प लेना चाहिए। नमाज़ के बाद उन्होंने देश की अमन-सलामती और खुशहाली की दुआएं कराई। कहा, देश की सीमाओं पर सैनिक हमारी रक्षा के लिए दिन रात जंग लड़ते हैं। अल्लाह देश की सरहदों की हिफाजत करे और हमारे सैनिकों को महफूज रखे।
मुफ्ती सलीम ने कहा, कुर्बानी का त्यौहार आपसी भाईचारे, प्यार मोहब्बत और सौहार्द का पैगाम देता है। देश के प्रति मोहब्बत भाईचारा और वफादारी सिखाता है। कुर्बानी एक फर्ज है, लेकिन जो लोग कर्ज में मुब्तिला हैं या जो लोग गरीब हैं, उन पर कुर्बानी वाजिब नहीं है। उन्होंने कहा कि कुर्बानी जानवर पर छुरी चलाने का नाम नहीं है, बल्कि इंसान के अंदर की तमाम बुराइयों नफरतों, हंसद, और बुगज दूर करने का नाम कुर्बानी है।