सावन का तीसरा सोमवार: महाकाल का गणेश स्वरूप में शृंगार; बाबा विश्वनाथ में श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश
Sawan Somwar 2025: सावन का तीसरा सोमवार (28 जुलाई) को है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा सहित देशभर के मंदिरों में आस्था का जनसैलाब है। देश के किस मंदिर में कितनी भीड़ है? पल-पल के अपडेट्स के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
Sawan Somwar 28 July 2025 Live Update
Sawan Somwar 2025: सावन का तीसरा सोमवार (28 जुलाई) को है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तराखंड, ओडिशा सहित देशभर के मंदिरों में आस्था का जनसैलाब है। श्रद्धा-भक्ति के साथ श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन को उमड़े हैं। मंदिरों में 'हर हर महादेव' और बम-बम भोले के जयकारे गूंज रहे हैं। भक्त भोलेबाबा का जलाभिषेक कर रहे हैं। देश के किस मंदिर में कितनी भीड़ है? सावन सोमवार पर पूजा कैसे करें? महत्व क्या हैं? पल-पल के अपडेट्स के लिए हमारे लाइव ब्लॉग पर विजिट करें।
काशी विश्वनाथ धाम: श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा
उत्तर प्रदेश के शिव मंदिरों में जबरदस्त भीड़ है। सुबह से मंदिरों में कतारें लगी हैं। काशी में विश्वनाथ धाम के कपाट रात 3 बजे खोले गए। सुबह 4 बजे बाबा की मंगला आरती हुई। मंदिर में रात से भक्तों की भीड़ जमा है। 3 किमी लंबी कतारें लगी हैं। मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं पर फूलों की वर्षा की।
जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
मान्यता है सावन सोमवार पर सुबह ब्रह्म मुहूर्त से लेकर शाम के प्रदोष काल तक भगवान शिव की आराधना करने से विशेष पुण्य और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 17 मिनट से लेकर सुबह 4 बजकर 59 मिनट तक है। रवि योग सुबह 5 बजकर 40 मिनट से लेकर शाम 5 बजकर 35 मिनट तक रहेगा। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजे से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक है। प्रदोष काल- शाम 7 बजकर 15 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 33 मिनट तक है। इसके अलावा, शिव योग का निर्माण होने जा रहा है जिसमें पूरे दिन में कभी भी महादेव का जलाभिषेक और पूजन किया जा सकता है।
पूजा विधि
सावन सोमवार पर शिव जी की पूजा कैसे करें। आइए हम आपको बताते हैं। सबसे पहले स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती और श्री गणेश जी का ध्यान कर पूजन का संकल्प लें। पूजा के दौरान शिवलिंग पर बेलपत्र, शमीपत्र, फूल, धूप, गंध, और पवित्र जल चढ़ाएं। शिव मंत्रों का उच्चारण करते हुए शिवलिंग का जलाभिषेक करें और देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें। व्रत के दौरान शिव चालीसा का पाठ करना अत्यंत कल्याणकारी माना जाता है। इस दिन पूरी श्रद्धा और भक्ति से शिव आराधना करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि आती है।
वाराणसी में तीर्थयात्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच रहे हैं।
देवघर बाबा धाम
झारखंड के देवघर के बाबा धाम में सोमवार तड़के सुबह 3.00 बजे मंदिर का द्वार खुल गया। द्वार खुलते ही बोल बम के जयकारों से पूरा मंदिर गूंज उठा।
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने सावन के तीसरे सोमवार के अवसर पर मंदिर के बाहर कतार में खड़े श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की।
वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में मंगल आरती की जा रही है।
मुंबई के बाबुलनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़े।
पुरी के लोकनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
राजस्थान की राजधानी जयपुर के ताड़केश्वर नाथ महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी।
अयोध्या के नागेश्वरनाथ मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।
उत्तराखंड के हरिद्वार के दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।
यूपी के मुरादाबाद के कामेश्वर महादेव मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की।